डब्ल्यूएचओ ने शराब को माना विषैला और लत पैदा करने वाला पदार्थ

जिनेवा । हाल ही में विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने शराब को एक विषैला और लत पैदा करने वाला पदार्थ माना है, जिसे इंटरनेशनल एजेंसी फॉर रिसर्च ऑन कैंसर (आईएआरसी) ने कैंसर उत्पन्न करने वाले सबसे खतरनाक पदार्थों में वर्गीकृत किया है। 

डब्ल्यूएचओ अल्कोहल युक्त पेय पदार्थों के अत्यधिक सेवन को लेकर चेतावनी जारी की है। अल्कोहल के अत्यधिक सेवन से कैंसर का खतरा बढ़ जाता है, और यह 20 से अधिक प्रकार के कैंसर का कारण बन सकता है। विशेषज्ञों के अनुसार, इसका सेवन मुंह, गला, भोजन नली, पेट, बृहदान्त्र, मलाशय और अग्न्याशय के कैंसर से जुड़ा हुआ है। महिलाओं में यह स्तन कैंसर और पुरुषों में प्रोस्टेट कैंसर का भी कारण बन सकता है। अल्कोहल का सेवन शरीर में एक जहरीले यौगिक, एसिटेल्डिहाइड को उत्पन्न करता है, जो डीएनए और प्रोटीन को नुकसान पहुंचा सकता है। इसके परिणामस्वरूप उत्परिवर्तन (म्यूटेशन) होता है, जो कैंसर के विकास का कारण बनता है। अल्कोहल के सेवन से शरीर में पोषक तत्वों जैसे फोलेट, विटामिन ए, सी, डी और ई का अवशोषण भी प्रभावित होता है, जो स्वस्थ कोशिकाओं को बनाए रखने के लिए आवश्यक होते हैं। इन पोषक तत्वों की कमी शरीर के स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचाती है और कैंसर के विकास की प्रक्रिया को तेज कर सकती है।

 डब्ल्यूएचओ के अनुसार, कैंसर के वैश्विक मामलों का लगभग 4 प्रतिशत हिस्सा अल्कोहल के सेवन से संबंधित है। भारत में 2020 में अनुमानित 62,100 नए कैंसर के मामले अल्कोहल के सेवन के कारण सामने आए थे। विशेषज्ञों का मानना है कि कैंसर के लक्षणों का जल्दी पता लगाना और समय पर इलाज करवाना अत्यंत महत्वपूर्ण है। यदि कैंसर का समय पर पता नहीं चलता, तो यह शरीर के अन्य हिस्सों में फैल सकता है, जिसे मेटास्टेसिस कहा जाता है, और यह इलाज को कठिन बना सकता है। अल्कोहल के सेवन से जुड़ी चेतावनियों के मद्देनजर, अमेरिकी सर्जन जनरल विवेक मूर्ति ने मादक पेय पदार्थों पर कैंसर चेतावनी देने की सिफारिश की है, ताकि उपभोक्ताओं को इसके स्वास्थ्य जोखिमों के बारे में जागरूक किया जा सके। 


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