
रिस्क लेने वाले निवेशकों के बीच अब भी पसंदीदा विकल्प बने हुए हैं स्मॉलकैप फंड्स
Apr 18, 2025
नई दिल्ली । बाजार अस्थिरता के बावजूद हाई रिस्क लेने वाले निवेशकों के बीच स्मॉलकैप फंड्स अब भी पसंदीदा विकल्प बने हुए हैं क्योंकि इनमें भारी रिटर्न की संभावना रहती है। एसोसिएशन ऑफ म्युचुअल फंड्स इन इंडिया (एएमएफआई) डेटा के अनुसार बाजार में जारी उतार-चढ़ाव के बावजूद मार्च 2025 में इन फंड्स में 4,092 करोड़ रुपए का नेट इनफ्लो दर्ज किया गया। इससे पूरे वित्त वर्ष 2024-25 में इन फंड्स में कुल निवेश 41,673 करोड़ रुपए तक पहुंच गया।
हालांकि, पिछले छह महीनों में स्मॉलकैप स्कीम्स में 15.7 फीसदी की गिरावट आई है, जो कि डायवर्सिफाइड इक्विटी कैटेगरी में सबसे ज्यादा है। स्मॉलकैप फंड्स को अनिवार्य रूप से अपनी कुल संपत्ति का कम से कम 65 प्रतिशत उन कंपनियों के शेयरों में निवेश करना होता है जो मार्केट कैप के लिहाज से टॉप 250 कंपनियों से बाहर होती हैं। अगर कोई निवेशक लंबे समय तक तेजी से और मुनाफे के साथ बढ़ने वाली कंपनियों को चुनने में सफल होता है, तो वह व्यापक इंडेक्स से बेहतर रिटर्न कमा सकता है।