अफगानिस्तान में भूकंप का जोरदार झटका, दहशत में लोग घरों से बाहर निकले

काबुल,। भारत के पड़ोसी देश अफगानिस्तान में एक बार फिर धरती कांपी है। गुरुवार और शुक्रवार की रात करीब 1 बजे अफगानिस्तान में 4.9 तीव्रता का भूकंप दर्ज किया गया। नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी के मुताबिक, इस भूकंप की गहराई 160 किमी थी। हालाँकि, अब तक किसी बड़े नुकसान की खबर नहीं है, लेकिन झटके महसूस होते ही लोग डरकर घरों से बाहर निकल आए। 

देर रात आए भूकंप के कारण अफगानिस्तान के कई हिस्सों में लोगों में दहशत फैल गई। हालांकि, किसी के हताहत होने की कोई सूचना नहीं है, लेकिन विशेषज्ञों के अनुसार, कम गहराई वाले भूकंप अधिक खतरनाक हो सकते हैं। इन भूकंपों में अधिक ऊर्जा सतह के नज़दीक निकलती है, जिससे जमीन तेज़ी से हिलती है और इमारतों को ज्यादा नुकसान होने की आशंका रहती है। 

भूकंप प्रभावित क्षेत्र क्यों है अफगानिस्तान 

अफगानिस्तान बार-बार भूकंप से प्रभावित होता रहता है क्योंकि यह हिंदूकुश पर्वत श्रृंखला के पास यूरेशियन और भारतीय टेक्टोनिक प्लेटों के टकराव क्षेत्र में स्थित है। यह इलाका सबडक्शन ज़ोन और सक्रिय फॉल्ट लाइनों, जैसे चमन फॉल्ट, के कारण बेहद संवेदनशील है। अफगानिस्तान का भौगोलिक क्षेत्र पहाड़ी होने के कारण भूकंप के साथ-साथ भूस्खलन और बाढ़ जैसी प्राकृतिक आपदाओं का खतरा भी बढ़ जाता है। इससे पहले 13 मार्च को भी 4.0 तीव्रता का भूकंप आया था। लगातार आ रहे भूकंप इस क्षेत्र की भूगर्भीय अस्थिरता को दर्शाते हैं।

विशेषज्ञों का कहना है कि अफगानिस्तान जैसे भूकंप-प्रवण इलाकों में भूकंपरोधी निर्माण और आपदा प्रबंधन को मजबूत करने की जरूरत है। सरकार और राहत एजेंसियों को लोगों को जागरूक करने और बचाव अभियानों के लिए तैयार रहने की आवश्यकता है।


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