
सऊदी अरब ने भारत पाकिस्तान समेत 14 देशों के मल्टीपल वीजा रोके
Feb 08, 2025
रियाद,। सऊदी अरब ने अपने वीजा नियमों में बदलाव कर कई देशों को बड़ा झटका दिया है। नियमों के बदलाव के चलते भारत पाकिस्तान सहित 14 देशों के मल्टीपल वीजा रोक दिए गए हैं। सऊदी सरकार ने ऐलान किया है कि भारत समेत 14 देशों के यात्रियों को अब केवल सिंगल एंट्री वीजा ही मिलेगा। यानी इन देशों के लिए मल्टीपल एंट्री वीजा पर रोक लगाई गई है। यह नियम 1 फरवरी, 2025 से लागू कर दिया गया है। इसका मकसद लंबी अवधि के विजिट वीजा पर आकर अनधिकृत तरीके से हज यात्रा करने वाले लोगों को रोकना है। सऊदी के सामने हालिया वर्षों में अनाधिकृत हज यात्री एक बड़ी चुनौती बनकर उभरे हैं।
नए नियमों के तहत प्रभावित 14 देशों के लोग सिर्फ सिंगल-एंट्री वीज़ा के लिए आवेदन कर सकते हैं। यह वीजा 30 दिनों के लिए वैध होगा। यानी यह अधिकतम 30 दिनों तक रहने की अनुमति देगा। हज, उमरा, राजनयिक और रेजीडेंसी वीजा पर नए नियमों का कोई असर नहीं पड़ेगा। सऊदी अधिकारियों ने बताया कि मल्टीपल-एंट्री वीजा का दुरुपयोग हो रहा था। कुछ यात्री लंबी अवधि के वीजा पर आने के बाद बिना उचित अनुमति के हज करते थे। सऊदी सरकार ने अल्जीरिया, बांग्लादेश, मिस्र, इथियोपिया, भारत, इंडोनेशिया, इराक, जॉर्डन, मोरक्को, नाइजीरिया, पाकिस्तान, सूडान, ट्यूनीशिया और यमन के यात्रियों के लिए मल्टीपल वीजा पर रोक लगाई है। इन 14 देशों के लिए पर्यटन, व्यापार और पारिवारिक यात्राओं के लिए एक साल का मल्टीपल-एंट्री वीजा अनिश्चितकाल के लिए रोक दिया है। सऊदी अधिकारियों का कहना है कि इससे हज यात्रा को बेहतर तरीके से नियंत्रित करने में मदद मिलेगी।
सऊदी अरब हज यात्रा पर कड़ा नियंत्रण रखता है और प्रत्येक देश के लिए हज यात्रियों की एक निश्चित संख्या तय करता है। इसके बावजूद कई पर्यटक लंबी अवधि के वीजा का उपयोग करके इस सीमा को तोड़ते थे, जिससे हज में भीड़भाड़ बढ़ती थी। यह समस्या 2024 में विशेष रूप से गंभीर हो गई थी, जब अत्यधिक गर्मी और भीड़ के कारण 1,200 से अधिक हज यात्रियों की मौत हो गई थी।अधिकारियों का मानना है कि अनाधिकृत हज यात्रियों ने संकट को बढ़ाया, जिससे वीजा नियंत्रण को सख्त करने की आवश्यकता महसूस हुई। कई देशों के लिए सिंगल-एंट्री वीजा सीमित करके सरकार यह सुनिश्चित करना चाहती है कि केवल अधिकृत हज यात्री ही हज करें। इससे अनधिकृत हज यात्रा से जुड़े खतरों को कम किया जा सकेगा।