पीएचडीसीसीआई की रिपोर्ट - भारत की अर्थव्यवस्था में उम्मीद की किरणें

Jan 16, 2025

- भारत एक शक्तिशाली और दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन सकता है

नई दिल्ली । इंडस्ट्री बॉडी पीएचडीसीआई ने अपनी नई रिपोर्ट में बताया कि भारतीय अर्थव्यवस्था की प्रगति में दरकिनार होते हुए भारत एक शक्तिशाली अर्थव्यवस्था और दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन सकता है। रिपोर्ट के अनुसार भारत की अर्थव्यवस्था की ग्रोथ रेट इस वित्त वर्ष में 6.8 फीसदी रहने की उम्मीद है, जो अगले वर्ष 7.7 फीसदी तक बढ़ सकती है। पीएचडीसीसीआई के एक व‎रिष्ठ अ‎धिकारी ने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था ने पिछले कुछ वर्षों में मजबूती से प्रगति की है और यह अब दुनिया के चौथे सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के वाम पक्ष में आ सकता है। उन्होंने कहा कि कृषि, फूड प्रोसेसिंग, फिनटेक, सेमीकंडक्टर, रिन्यूएबल एनर्जी, हेल्थ और इंश्योरेंस जैसे क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित करने की सलाह दी। रिपोर्ट में अगवा आयकर की दर को 40 लाख रुपये से अधिक आय वाले व्यक्तियों पर लागू होने और इनकम टैक्स छूट सीमा को बढ़ाकर 10 लाख रुपये किया जाना चाहिए का सुझाव भी दिया गया है।

साथ ही, पीएचडीसीसीआई ने रिजर्व बैंक से भी नीतिगत ब्याज दर में 0.25 फीसदी की कटौती की मांग की है जिससे खुदरा महंगाई में कुछ राहत आ सकती है। रिपोर्ट में भारतीय अर्थव्यवस्था के विकास की दिशा में कुछ सुझाव पेश किए गाए हैं। यहां तक कि इनकम टैक्स की अधिकतम दर के लिए आय सीमा को बढ़ाकर 40 लाख रुपये किया जाना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि स्वामित्व और साझेदारी के तहत संचालित संस्थाओं पर कर की दर को कम किया जाना चाहिए। पुराने पैटर्न से हटकर, नये स्वरूप में अर्थव्यवस्था के जो नये सुधारे और प्रोत्साहन हो उन्हें सफलतापूर्वक लागू करने से भारत की अर्थव्यवस्था भविष्य में एक नई ऊंचाई को छू सकती है।



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