ओपनएआई के सीईओ ऑल्टमैन आ रहे भारत, पीएम मोदी से मिलने को हैं बेताब

Feb 05, 2025

नई दिल्ली। ओपनएआई के सीईओ सैम ऑल्टमैन बुधवार को भारत आ रहे हैं। भारत आने से पहले उन्होंने अपनी यात्रा के दौरान ऑल्टमैन ने कई कंपनियों के साथ बैठक भी की है, जिनमें द​क्षिण कोरिया की नामी कंपनियां भी शामिल हैं। वह पीएम मोदी से मिलने के लिए बेताब हैं। ओपनएआई ने बताया कि वह चैट ऐप ऑपरेटर ककाओ के साथ मिलकर दक्षिण कोरिया के लिए आर्टिफिशल इंटेलिजेंस उत्पाद विकसित करेगी। इसके साथ ही कंपनी अपने एक हाई प्रोफाइल एशियाई साझेदार के साथ दूसरा बड़ा गठबंधन भी करेगी।

ऑल्टमैन ने सोल में सैमसंग इलेक्ट्रॉनिक्स, सॉफ्टबैंक और आर्म होल्डिंग्स के शीर्ष अधिकारियों के साथ अलग से बैठक की। सॉफ्टबैंक के प्रमुख ने बताया कि अमेरिका में स्टारगेट एआई डेटा सेंटर परियोजना के बारे में चर्चा की गई। ऑल्टमैन ने सोमवार को जापान में एआई सेवाओं के लिए सॉफ्टबैंक के साथ साझेदारी करने की घोषणा की। सॉफ्टबैंक की ही तरह ककाओ ने भी कहा कि वह चैटजीपीटी बनाने वाली कंपनी द्वारा अपने उत्पादों के लिए विकसित तकनीक का इस्तेमाल करेगी।

काकाओ दक्षिण कोरिया के प्रमुख मैसेजिंग ऐप काकाओटॉक का संचालन करती है। देसी बाजार में उसकी 97 फीसदी हिस्सेदारी है और उसने ई-कॉमर्स, भुगतान और गेमिंग जैसे कई क्षेत्रों में विस्तार किया है। उसने एआई को रफ्तार देने वाले नए इंजन के रूप में स्थापित किया है। वहीं विश्लेषकों का कहना है कि कंपनी एआई की दौड़ में स्थानीय प्रतिद्वंद्वी नैवर से पिछड़ गई है। ऑल्टमैन ने सोल में ककाओ के सीईओ ने कहा कि हमारी दिलचस्पी एआई और मैसेजिंग में है। उन्होंने कहा कि कोरिया की ऊर्जा, सेमीकंडक्टर और इंटरनेट कंपनियों ने देश को ओपनएआई के लिए बड़ा बाजार बना दिया है जहां एआई उत्पादों की मांग तेजी से बढ़ी है। 

ऑल्टमैन ने कहा कि कोरिया की कई कंपनियां स्टारगेट डेटा सेंटर परियोजना में महत्त्वपूर्ण योगदान करेंगी। स्टारगेट डेटा सेंटर परियोजना अमेरिका में एआई क्षमता तैयार करने के लिए ओपनएआई और ओरेकल का उद्यम है। इसे अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप का भी समर्थन मिला हुआ है। ऑल्टमैन ने उस परियोजना के बारे में विस्तृत जानकारी देने से इनकार कर दिया। 



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