वन नेशन, वन इलेक्शन की तर्ज पर एक राष्ट्र, एक चिकित्सा पद्धति की नीति भी जरूरी - आयुष महाकुंभ में डॉ द्विवेदी
Jan 08, 2025
इन्दौर देश-दुनिया के चिकित्सा जगत में इंदौर का नाम रोशन करने वाले मशहूर होम्योपैथिक चिकित्सा शास्त्री और भारत सरकार के आयुष मंत्रालय के वैज्ञानिक सलाहकार मंडल के वरिष्ठ सदस्य डॉ. अश्विनी कुमार द्विवेदी ने प्रयागराज में आगामी महाकुंभ के पूर्व आयोजित आयुष महाकुंभ के अपने संबोधन में कहा कि 2047 में हम आजादी की सौवीं वर्षगांठ मनाएंगे और स्वतंत्र भारत के उस सर्वाधिक महत्वपूर्ण अवसर तक देश को विकसित राष्ट्र बनाने के उद्देश्य से सरकार हर क्षेत्र में आवश्यक सुधार कार्यों को करने में तत्परता से जुटी है। उन्होंने कहा कि सरकार के इस उद्देश्य की प्राप्ति में चिकित्सा क्षेत्र को भी अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका निभानी है। इसीलिए हर भारतीय को उत्तम स्वास्थ्य सुलभ कराने हेतु सरकार निरंतर प्रयासरत है। इस दिशा में वन नेशन, वन इलेक्शन की तर्ज पर एक राष्ट्र, एक चिकित्सा पद्धति की नीति, देश में चिकित्सा सेवा क्षेत्र में व्यापक सुधारों का मजबूत आधार बन सकती है।
डाॅ द्विवेदी ने कहा कि इसके लिए हमें आधुनिक, प्राचीन एवं परंपरागत सभी प्रकार की चिकित्सा पद्धतियों का संतुलित समन्वय कर, एक ऐसी विशिष्ट चिकित्सा पद्धति विकसित करनी होगी, जिसे जन-जन का उत्तम स्वास्थ्य सुनिश्चित करने के लिए, सहजता से देश भर में, लागू किया जा सके। भारत सरकार के आयुष मंत्रालय के वैज्ञानिक सलाहकार मंडल के वरिष्ठ सदस्य डॉक्टर द्विवेदी ने कहा कि किसी भी चिकित्सा पद्धति को कमतर या बेहतर मानने की बहस में उलझने के बजाय, यह समय सभी प्रकार की पद्धतियों को एकीकृत कर मरीज को बेहतर से बेहतर इलाज प्रदान कर, उसे जल्द से जल्द आरोग्य प्रदान करने की कोशिशें करने का है।