
भारत ऐसा बन गया जिसकी राय के बिना दुनिया आगे नहीं बढ़ सकती
Dec 24, 2024
-जर्मनी के पूर्व राजदूत लिंडनर ने अपनी किताब में की भारत की तारीफ
बर्लिन । 2000 के दशक की शुरुआत में जब चीन की अर्थव्यवस्था तेजी से बढ़ी तो उस पर कई किताबें लिखी गईं। अब जब भारत वैश्विक मंच पर अपनी पहचान बना रहा है तो इसे लेकर भी काफी दिलचस्पी है। इसी बीच जर्मनी के पूर्व राजदूत वाल्टर जे लिंडनर ने भारत पर एक किताब लिखी है। यह किताब उस लिखी जब वह 2019 से 2022 तक भारत में जर्मन राजदूत रहे। इससे पहले वे जर्मन विदेश मंत्रालय में राज्य सचिव रह चुके थे।
उनका भारत के साथ रिश्ता 1970 के दशक में एक बैकपैकिंग ट्रिप से शुरू हुआ था। लिंडनर अपनी किताब में बताते हैं कि भारत को उसकी सॉफ्ट पावर के लिए पहचाना जाता है। भारत की आध्यात्मिकता, संस्कृति, धर्म, संगीत और इतिहास ने दुनिया भर में अपनी पहचान बनाई है। उन्होंने कहा कि अब भारत की जनसंख्या दुनिया में सबसे बड़ी हो गई है और इसलिए इसका महत्व सिर्फ सॉफ्ट पावर से कहीं ज्यादा है। यह एक ऐसा देश बन गया है जिसकी राय और भागीदारी के बिना दुनिया आगे नहीं बढ़ सकती। वह भारतीय मीडिया के निशाने पर तब आए थे जब उन्हें दिल्ली की सड़कों पर लाल रंग की एंबेसडर कार में देखा गया था। इसके बाद उन्होंने भारत पर एक किताब लिखने का मन बनाया।
लिंडनर ने कहा कि आजकल दुनिया में कई राजनीतिक उथल-पुथल, युद्ध और संघर्ष चल रहे हैं। ऐसे में भारत ने महाशक्तियों के बीच संतुलन बनाने में सफलता हासिल की है। चाहे वह जल संकट का समाधान हो, बड़े शहरों का संचालन हो या प्लास्टिक के खिलाफ लड़ाई—इन सभी मुद्दों का समाधान भारत में मिल सकता है।
लिंडनर ने यह भी कहा कि भारत की विदेश नीति में पिछले कुछ वर्षों में महत्वपूर्ण बदलाव आया है और इसने दुनिया में एक नई भूमिका निभाई है। उन्होंने कहा कि पश्चिमी देशों में अक्सर भारत पर दबाव डाला जाता है कि वह संयुक्त राष्ट्र और अन्य अंतरराष्ट्रीय मंचों पर पश्चिमी देशों के साथ समान मतदान पैटर्न अपनाए। इसके जवाब में भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा था कि पश्चिमी देशों में अक्सर दोहरे मापदंड होते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि भारत रणनीति अपनानी चाहिए जो उसे गुटबाजी की राजनीति से दूर रखे।
बता दें कि लिंडनर की किताब में भारत की बदलती भूमिका और उसकी बढ़ती ताकत को लेकर एक सकारात्मक दृष्टिकोण प्रस्तुत किया है। आज भारत न केवल सॉफ्ट पावर के रूप में बल्कि एक सशक्त और संतुलित वैश्विक खिलाड़ी के रूप में उभर रहा है जो पूरी दुनिया में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।