म्यांमार में 4.7 तीव्रता का भूकंप, लोगों में दहशत का माहौल

यांगून,। दुनियाभर में भूकंप की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। इसी कड़ी में, 5 मार्च की सुबह म्यांमार में 4.7 तीव्रता के भूकंप से धरती हिली है। भूकंप के झटके महसूस होते ही लोग घबराकर घरों से बाहर निकल आए। हालांकि, अब तक किसी जान-माल के नुकसान की सूचना नहीं है, लेकिन लगातार आ रहे भूकंपों ने दुनियां के लोगों की चिंता बढ़ा दी है। 

अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (यूएसजीएस) के अनुसार, भूकंप का केंद्र म्यांमार में 32 किलोमीटर की गहराई में स्थित था। भूकंप का असर आसपास के इलाकों में भी महसूस किया गया। अब तक म्यांमार में आए इस भूकंप से किसी बड़ी हानि की खबर नहीं आई है, लेकिन प्रशासन स्थिति पर नजर बनाए हुए है। वैज्ञानिकों की सलाह है कि भूकंप के दौरान घबराने की बजाय सावधानी बरतें और सुरक्षा उपायों का पालन करें।

इससे पहले हाल ही में दिल्ली-एनसीआर, हरियाणा, फरीदाबाद, अफगानिस्तान, पाकिस्तान, तिब्बत और बिहार में भी भूकंप के झटके दर्ज किए गए थे, जिससे लोग आशंकित हैं कि कहीं यह किसी बड़े खतरे का संकेत तो नहीं। विशेषज्ञों के अनुसार, बार-बार आ रहे भूकंप के झटके टेक्टोनिक प्लेट्स की सक्रियता को दर्शाते हैं। हालांकि, कुछ भविष्यवाणियों में दावा किया गया है कि 2025 के बाद पृथ्वी गंभीर प्राकृतिक संकटों का सामना कर सकती है, लेकिन वैज्ञानिक इन दावों को मात्र अटकलें बताते हैं और भूकंप को एक सामान्य भौगोलिक प्रक्रिया मानते हैं। बावजूद इसके, लगातार झटकों से लोगों के मन में डर का माहौल बना हुआ है।

भूकंप आने का कारण 

भूकंप मुख्य रूप से तब आते हैं जब पृथ्वी की टेक्टोनिक प्लेट्स में हलचल होती है और भूमिगत चट्टानें टूट जाती हैं। इस प्रक्रिया में उत्पन्न भूकंपीय तरंगें धरती को हिला देती हैं, जिससे भूकंप महसूस किया जाता है। 


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