
पेशे से डॉक्टर, लेकिन घर चलाने के लिए वेश्यावृत्ति में उतरी महिला
Dec 18, 2024
म्यांमार की सड़कों में घुमती दिखती हैं डेट गर्ल्स
नायप्यीडा । फरवरी 2021 में म्यांमार की सेना ने तख्तापलट करके सत्ता पर कब्जा किया था। इसके साथ ही देश की अर्थव्यवस्था और बिगड़ गई जो पहले कोविड महामारी के कारण खराब स्थिति में थी। देश में महंगाई आसमान छूने लगी। स्थिति ऐसी हुई कि डॉक्टर जैसे सम्मानित पेशे में काम कर रहे लोगों का भी वेतन कम पड़ने लगा। हालात यह हैं कि उन्हें आर्थिक तंगी से निपटने के दूसरे रास्ते खोजने पड़े और जो रास्ते उन्हें मिले वे शर्मनाक हैं।
मे नाम की एक डॉक्टर की सैलरी 415 डॉलर प्रति माह के बराबर थी। लेकिन यह महीने के शुरुआत में ही खत्म हो जा रही थी, उस पर पिता की किडनी की बीमारी ने उन्हें और परेशान कर दिया। आर्थिक तंगी से बुरी तरह गुजर रहीं मे कि मुलाकात कुछ डेट गर्ल्स से हुई, जो उससे दोगुना कमा रही थीं।
मे यह देखकर दंग रह गईं कि वेश्यावृत्ति में डॉक्टरी जैसे सम्मानजनक प्रोफेशन की तुलना में दोगुना पैसा है। हालांकि इसमें उन्हें अनजान पुरूषों के साथ यौन संबंध बनाने पड़ते थे। आखिर में मे ने परिवार पोषण करने के लिए मजबूरन इस पेशे से जुड़ गईं। एक साल से ज्यादा समय से वेश्या के रूप में काम कर रही 26 वर्षीय मे कहती हैं, यह स्वीकार करना मुश्किल है कि डॉक्टर बनने के लिए इतने वर्षों की मुश्किल पढ़ाई के बावजूद मैं अब केवल गुजारा करने के लिए इस तरह का काम कर रही हूं। मेरा परिवार इस बारे में नहीं जानता है कि मैं ऐसा काम कर रही हूं। दरअसल मे ही नहीं म्यांमार में शिक्षित महिलाओं का एक नए समूह इसी तरह सेक्स वर्क करने पर मजबूर है, इसमें डॉक्टर, शिक्षक, नर्स और अन्य शिक्षित पेशेवर शामिल हैं।
सोचने वाली बात यह भी है कि इतने बड़े पैमाने पर वेश्यावृत्ति तब हो रही है, जबकि म्यांमार में वेश्यावृत्ति अवैध है। आलम यह है कि सड़कों पर इस तरह की डेट गर्ल्स आसानी से घूमती दिखाती है। महिलाओं के अधिकारों के लिए काम करने वाले कार्यकर्ताओं ने कहा कि अधिक शिक्षित महिलाएं अब आजीविका कमाने के लिए पुरुषों के साथ यौन संबंध बना रही हैं। यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है।
तख्तापलट और उसके बाद हुए गृहयुद्ध ने म्यांमार की अर्थव्यवस्था को बर्बाद कर दिया है। इस साल मुद्रास्फीति 26 प्रतिशत तक बढ़ गई है। बिजली की कमी से कारखाने ठप हो गए, बेमौसम बारिश से खेतों में पानी भर गया और चीन और थाईलैंड के पास के क्षेत्रों में लड़ाई के कारण सीमा पार व्यापार नष्ट हो गया। म्यांमार की मुद्रा क्यात ने इस वर्ष डॉलर के मुकाबले अपने मूल्य का दो-पांचवां हिस्सा खो दिया है। विश्व बैंक के अनुसार, म्यांमार के लगभग आधे लोग अब गरीबी में रह रहे हैं।