व्यापार विवाद को लेकर कोलंबिया राष्ट्रपति ने की ट्रंप की आलोचना, कहा गोरे गुलाम

वॉशिंगटन,। अमेरिका और कोलंबिया के बीच विवाद ने अब नया मोड़ ले लिया है। कोलंबिया के राष्ट्रपति गुस्तावो पेट्रो ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की आलोचना करते हुए उन्हें गोरे गुलाम बताया है। यह विवाद दोनों देशों के बीच निर्वासित प्रवासियों को लेकर उठे विवाद से पैदा हुआ था, जब कोलंबिया ने अमेरिकी सैन्य विमानों द्वारा निर्वासितों को लाने पर आपत्ति जताई थी। इसके जवाब में ट्रंप ने कोलंबिया पर टैरिफ और प्रतिबंध लगाने की धमकी दी थी। 

मीडिया रिपोर्ट में वाइट हाउस ने एक बयान जारी कर कहा था कि कोलंबिया इस मुद्दे पर सहमत हो गया है और अमेरिकी सैन्य विमानों को स्वीकार करेगा। इसके बदले अमेरिका ने अपने टैरिफ और प्रतिबंधों को निलंबित कर दिया है। वाइट हाउस के मुताबिक यदि कोलंबिया समझौते का पालन नहीं करता, तो टैरिफ और प्रतिबंधों के मसौदे पर हस्ताक्षर किए जा सकते हैं। 

कोलंबिया के विदेश मंत्री लुइस गिल्बर्टो मुरिलो ने रविवार को इस गतिरोध के समाधान की घोषणा की थी। उन्होंने कहा था कि हमने अमेरिकी सरकार के साथ गतिरोध को दूर कर लिया है। इस सहमति के तहत अमेरिका द्वारा प्रस्तावित टैरिफ और प्रतिबंधों का मसौदा स्थगित कर दिया है। इसमें कोलंबियाई सामानों पर 25 फीसदी टैरिफ और कोलंबियाई अधिकारियों पर यात्रा प्रतिबंध शामिल थे। इससे पहले कोलंबियाई राष्ट्रपति ने एक्स पर पोस्ट लिखी जिसमें उन्होंने ट्रंप पर तीखा हमला किया। पेट्रो ने कहा था कि ट्रंप उन्हें हीन जाति मानते हैं और उन्हें कभी भी दक्षिण अमेरिकी देशों पर हावी होने की अनुमति नहीं दी जाएगी। 

पेट्रो ने ट्रंप को गोरा गुलाम कह डाला और कहा कि वह कभी भी उन जैसे स्वतंत्रतावादियों से हाथ नहीं मिलाएंगे, जो अमेरिका की स्वतंत्रता के खिलाफ हैं। पेट्रो ने अपनी पोस्ट में कहा कि मैं उन श्वेत स्वतंत्रतावादियों से हाथ मिलाता हूं, जो लिंकन के उत्तराधिकारी हैं, और अमेरिका के उन युवा अश्वेत और श्वेत किसानों से भी, जिनकी कब्रों पर मैं रोया था। पेट्रो ने अमेरिका के टैरिफ संबंधी चेतावनी का जवाब देते हुए कहा कि वह कोलंबिया के सामानों पर टैरिफ लगाने की प्रतिक्रिया देंगे। यह तनावपूर्ण स्थिति दोनों देशों के बीच व्यापारिक और राजनीतिक रिश्तों पर गहरा असर डाल सकती है।


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