किराए का हिसाब मांगा तो वक्फ बोर्ड का पूर्व अध्यक्ष हुआ फरार
Jul 01, 2024
उज्जैन में 26 साल से थे बोर्ड के अध्यक्ष, नहीं दिया करोडों के किराए का हिसाब
भोपाल । प्रदेश के उज्जैन जिले के वक्फ बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष रियाज खान को मध्यप्रदेश वक्फ बोर्ड की संपत्ति का दुरुपयोग करने के मामले में मुख्य कार्यपालन अधिकारी की ओर से नोटिस जारी किया तो वे किराए का हिसाब देने के बजाय फरार हो गए। पूर्व अध्यक्ष से नोटिस के माध्यम से उससे वक्फ की मदार गेट स्थित 45 हजार वर्ग फीट जमीन पर तनी 115 दुकानों, 16 दफ्तरों, दो स्कूलों और एक मैरिज हाल के किराए से प्राप्त 7 करोड़ 11 लाख 9 हजार 909 रुपये का हिसाब मांगा गया था। नोटिस का जवाब ना देने पर एक पक्षीय कार्रवाई की चेतावनी दी थी। मौजूदा अध्यक्ष फैजान खान ने कहा था कि हिसाब ना देने पर संपत्ति कुर्क कर राशि वक्फ बोर्ड के खाते में जमा कराई जाएगी। बताया कि अध्यक्ष पद पर नियुक्ति तीन साल के लिए की गई थी। मगर, रियाज खान 26 साल तक बना रहा। उसे 2020 में हटा दिया था, लेकिन आज तक वे वक्फ की संपत्ति का उपयोग निजी संपत्ति के रूप में कर अनधिकृत लाभ अर्जित कर रहा है। अपने कार्यकाल के दौरान वक्फ की परिसंपत्तियों के विकास योजनाओं के तहत मदार गेट पर दरगाह, मस्जिद और कब्रिस्तान की जमीन पर दुकानें, स्कूल भवन और ऑफिस बनाए, लेकिन इसकी सूचना ना तो वक्फ बोर्ड को दी और न ही इन दुकानों आदि से होने वाले किराए की जानकारी दी। बोर्ड ने रियाज खान के 26 साल के कार्यकाल की जांच करवाई, जिसमें कई गड़बड़ियां सामने आईं।
1995 में अध्यक्ष नियुक्त होने से पहले पिता के साथ तोपखाना क्षेत्र में चाय की दुकान संचालित करता था। अब वह तीन बंगले और करोड़ों की संपत्ति का मालिक है। तत्कालीन अध्यक्ष रियाज खान ने महीने भर पहले नाटिस मिलने पर कहा था कि मुझे गलत नोटिस जारी किया है। मैं संबंधितों के खिलाफ मानहानि का केस न्यायालय में दर्ज करूंगा। वक्फ बोर्ड भी अनुचित बना है। चार्ज मेरे ही अधीन है। वक्फ बोर्ड को अनुचित ठहराने का कोर्ट में प्रकरण चल रहा हैं। राजनीतिक दुर्भावनावश मेरे खिलाफ साजिश की जा रही है।बता दें कि उज्जैन में मध्यप्रदेश वक्फ बोर्ड के 26 साल अध्यक्ष रहे रियाज खान की गिरफ्तारी पर एसपी प्रदीप शर्मा ने पांच हजार रुपये का इनाम घोषित किया है। रियाज के खिलाफ खाराकुआं थाने में विश्वासघात, अवैध कार्य करने सहित विभिन्न धाराओं में प्रकरण दर्ज है। वह फरार है।