स्मार्ट वर्किंग से दिल्ली में बढ़ा सीएम मोहन यादव का कद
Okt 16, 2024
भोपाल। प्रदेष के लिये यह एक अच्छी खबर है कि यहां के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने अपनी स्मार्ट वर्किंग से दिल्ली में भी खास जगह बना ली है। राजनीतिक एक्सपर्ट का कहना है कि संभवत पहले मुख्यमंत्री होंगे, जिन्हें केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के साथ हरियाणा के लिए केंद्रीय पर्यवेक्षक बनाया गया है। शीर्ष नेतृत्व के उक्त संदेश के कई मायने निकाले जा रहे हैं। गौर तलब है कि सीएम डॉ. यादव के प्रत्येक कामों से जनकल्याण जुड़ा है। इसमें विपक्षी रुकावट हो या सत्ता व संगठन के अंदर कुछ असहज करने वाली स्थितियां, सभी का जवाब दिया जाएगा। केंद्रीय नेतृत्व ने मप्र के अलावा हरियाणा, महाराष्ट्र, यूपी, बिहार, झारखंड समेत अन्य राज्यों के ओबीसी व यादव वोटर, नेताओं को भी साधने की कोशिशें की है।
पार्टी की लाइन पर चलने से ही फायदा
विशेषज्ञों के अनुसार दिल्ली का यह संदेश हरियाणा के लिए प्रभावी होगा। कल वहां पर विधायक दल की बैठक है। इसमें शाह के साथ सीएम डॉ. यादव केंद्रीय पर्यवेक्षक के रूप में शामिल होंगे। मौजूदा सीएम नायब सिंह सैनी को दल का नेता चुना जाना तय माना जा रहा है, फिर भी गुटबाजी का अंदेशा है। पूर्व मंत्री अनिल विज दावा ठोक सकते हैं। चुनाव के पहले भी ऐसा कर चुके हैं। हरियाणा में ओबीसी व यादव बहुल क्षेत्रों से आने वाले अन्य नेताओं की भी लंबी लिस्ट है। अंदरखाने कई नेता अपेक्षाएं पाले बैठे हैं। पार्टी ऐसे नेताओं के सामने मप्र के सीएम का चेहरा रखकर संदेश देने की कोशिश करने जा रही है कि पार्टी लाइन पर चलने से ही लाभ होगा। भाजपा मेहनती चेहरों को राष्ट्रीय स्तर पर भी तवज्जो देती है।
मप्र के लिए हैं कई मायने
विपक्ष लगातार हावी है। हाल ही में जीतू पटवारी दिल्ली में ड्रग्स माफिया के खिलाफ प्रेसवार्ता कर लौटे हैं। मप्र में भाजपा के अंदर से भी सत्ता व संगठन से असहज कर देने वाली तस्वीरें आ चुकी हैं। सीएम का कद बढ़ाकर केंद्रीय नेतृत्व ने दोनों को साफ संदेश दिया है।
यादव बहुल 29 में से 21 सीटें भाजपा को मिलीं
भाजपा को हरियाणा में यादवों के प्रभावों वाली 29 में से 21 सीटों पर जीत मिली है। पार्टी ने तय किया है कि समाज के वोटर्स ने जो सहयोग दिया है, उसके लिए समाज के प्रति प्रतिबद्धता दिखाने के लिए नई रणनीति अपनाई जाए। सीएम डॉ. मोहन यादव को पर्यवेक्षक बनाया गया। सीएम ने हरियाणा की जिन पांच सीटों पर प्रचार किया था, उनमें से चार पर भाजपा जीती है।