भोपाल मास्टरपलान 2047 : ज्योग्राफिकल इंफार्मेशन सिस्टम से होगी पूरे एरिया की मेपिंग

Ags 17, 2024

भोपाल। भोपाल मास्टर प्लान 2047 की कवायद अब तेज होती जा रही है। जीआईएस सिस्टम से तैयार होने वाले इस मास्टर प्लान में भोपाल की सरहदें भी बढ़ जाएगी। इसके लिये ज्योग्राफिकल इंफार्मेशन सिस्टम के पूरे एरिया की मेपिंग होगी और उसके बाद यहां के वर्क कल्चर और आबादी के हिसाब से इसकी प्लानिंग को आगे बढ़ाया जाएगा।  गौर तलब है कि भोपाल 2031 नाम से तैयार किए गए ड्राफ्ट मास्टर प्लान को स्थगित करते हुए अब 2047 के लिए नया प्लान बनाया जा रहा है।  शहर के लिए आखिरी मास्टर प्लान 1995 में स्वीकृत हुआ था और उसके बाद 29 वर्षों तक  कोई मास्टर प्लान नहीं बनाया गया है।

दिसंबर तक जारी करना है फायनल  ड्राफ्ट

 भोपाल मास्टर प्लान मसौदा अगले महीने लाने की तैयारी है और फिर उसको दिसंबर 2024 तक जारी करना है। इसके लिये भोपाल मास्टर प्लान 2031के ड्राफ्ट का रिव्यू किया जा रहा है और उसमें नया क्या क्या करना उस पर एक्सपर्ट की राय ली जा रही है।  गौर तलब है कि  शहरी क्षेत्र के साथ 32 पंचायतों को भी शामिल किया जाने पर विधायक रामेश्वर शर्मा पहले ही आपत्ति जता चुके हैं, उनका कहना है, इसके लिए ग्राम सभा से अनुमति नहीं ली गई। अब अनुमति लेने का सिलसिला लंबा है इसमें समय लग सकता है।

दरकिनार नहीं कर सकते किसानों की आपत्ति

 भोपाल मास्टर प्लान 2047 में किसानों की बात को ओवरलुक नहीं कर सकते हैं। पिछले प्लान में उन्होंने  बड़े तालाब का कैचमेंट क्षेत्र बिना किसी मुआवजे एवं नोटिफिकेशन के 2800 हेक्टेयर से 3872 हेक्टर करने पर तालाब के पास खेती की जमीन को लेकर आपत्ति की थी। इसके अलावा  हरियाली वाले क्षेत्र को विकास क्षेत्र में सम्मलित करने पर जागरुक नागरिकों ने की आपत्ति है। उसको भी गंभीरता से लिया जाना है।

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