पद छोड़ देंगे, यूएस को मिनरल दे देंगे पर, रूस को जमीन नहीं देंगें: जेलेंस्की

लंदन। यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने अपना रुख साफ करते हुए कहा है कि अमेरिका को खनिज देने में कोई आपत्ति नहीं है और न ही मुझे पद पर बने रहने का शौक है। त्यागपत्र भी दे दूंगा लेकिन रूस के लिए जमीन का एक इंच टुकड़ा भी नहीं छोडूंगा। जेलेंस्की ने कहा कि वह अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ रिश्ते सुधार सकते हैं, लेकिन इसके लिए बातचीत बंद कमरों में जारी रखने की जरूरत है। जेलेंस्की ने कहा कि अगर सुरक्षा गारंटी मिलती है और यूक्रेन को नाटो सदस्यता मिलती है तो वह पद छोड़ने को भी तैयार हैं। उन्होंने यह भी साफ कर दिया कि यूक्रेन रूस के साथ शांति समझौते में अपना इलाका बिल्कुल भी नहीं छोड़ेगा। वहीं अमेरिका के साथ मिनरल डील करने को लेकर भी वह तैयार दिखे। 

जेलेंस्की ने कहा कि यूक्रेन को अमेरिका से सुरक्षा गारंटी की उम्मीद है, जो रूस को भविष्य में हमला करने से रोकने के लिए जरूरी है। उन्होंने कहा कि हम अमेरिका का महत्व समझते हैं और एक भी दिन ऐसा नहीं आया जब हमने अमेरिका का अहसान न माना हो। रविवार को यूरोपीय नेताओं के साथ शिखर सम्मेलन के बाद जेलेंस्की लंदन हवाई अड्डे पर पत्रकारों से बात कर रहे थे। इस दौरान ओवल ऑफिस में हुई घटना को लेकर भी वह संतुलन बनाते दिखे।

जेलेंस्की ने कहा कि उन्हें नहीं लगता कि अमेरिका यूक्रेन को सहायता बंद करेगा, क्योंकि एक सभ्य दुनिया के नेता रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को मदद नहीं देना चाहेंगे। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि वह किसी भी नतीजे के लिए तैयार हैं। ओवल ऑफिस में ट्रंप और जेलेंस्की के बीच एक मिनरल डील होनी थी। लेकिन बहस के चलते इस डील पर हस्ताक्षर नहीं हो सके। इसे लेकर जेलेंस्की ने कहा, ‘हमने इसे साइन करने पर सहमति जताई थी और हम इसके लिए तैयार हैं। मुझे लगता है कि अमेरिका भी तैयार होगा।’ अमेरिका की ओर से यूक्रेन को दी गई मदद के बदले ट्रंप ने मिनरल डील की मांग की थी। क्योंकि यूक्रेन में लिथियम और दुर्लभ खनिजों का भंडार है जो अमेरिका के लिए महत्वपूर्ण है।


Subscribe to our Newsletter