कर्नाटक पर फाइनल में जीत केक पर आइसिंग की तरह होगी : करुण नायर

वडोदरा । कप्तान करुण नायर की आक्रामक पारी की सहायता से विदर्भ ने महाराष्ट्र को हराकर पहली बार विजय हजारे ट्रॉफी के फाइनल में जगह बनायी है। करुण ने इस मैच में 88 रनों की आक्रामक पारी खेली। इससे विदर्भ ने 380 रन बनाकर महाराष्ट्र को जीत के लिए 381 रनों का लक्ष्य दिया। इसका पीछा करते हुए महाराष्ट्र की टीम 7 विकेट पर 311 रन ही बना पायी। महाराष्ट्र की ओर से केवल अर्शिन कुलकर्णी ही 90 रन बनाकर नाबाद रहे पर बाकि के बल्लेबाजी उम्मीद के अनुसार रन नहीं ना पाये। महाराष्ट्र की ओर से अर्शिन कुलकर्णी ने 90 रन बनाकर एक छोर संभाला लेकिन अन्य बल्लेबाजों का सहयोग न मिलने के कारण उनकी टीम को हार झेलनी पड़ी।

महाराष्ट्र की शुरुआत अच्छी नहीं रही और कप्तान ऋतुराज गायकवड़ 7 रन बनाकर ही पेवेलियन लौट गये। इसके बाद अर्शिन कुलकर्णी और राहुल त्रिपाठी ने पारी को आगे बढ़ाया। राहुल त्रिपाठी ने 19 गेंदों पर 27, सिद्धेश वीर ने 43 गेंदों पर 30 जबकि  अंकित बवने ने 49 गेंदों पर 5 चौकों की सहायता से 50 रन बनाए।

अर्शिन ने 101 गेंदों पर 90 रन बनाए। वहीं अंतिम ओवरों में निखिल नेक ने 26 गेंदों पर 49 तो सत्याजीत ने 15 गेंदों पर 20 रन बनाए पर वह टीम को जीत नहीं दिला पाये। विदर्भ की ओर से दर्शन नालकंडे और नचिकेत ने 3-3 विकेट लिए। 

इस जीत से उत्साहित करुण ने कहा कि फाइनल तक की यात्रा अद्भुत रही। हम सभी इस सफलता से उत्साहित हैं। एक और मैच शेष है अगर वह जीते तो ये केक पर आइसिंग की तरह का अनुभव होगा। उन्होंने कहा कि टीम के यहां तक के सफर में हर किसी का सहयोग रहा। वहीं फाइनल में कर्नाटक से मुकाबले को लेकर उन्होंने कहा कि यह केवल एक और खेल है। यह फाइनल है। हमें जीतने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना होगा। 


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