
लवली और गहलोत समेत ये नेता दिल्ली चुनाव से पहले दल बदलकर विधानसभा पहुंचे
Feb 10, 2025
नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 में कई नेता ऐसे रहे, जिन्होंने चुनावी लहर को पहले ही भांपते हुए पाला बदल लिया था। दल-बदलकर उन्होंने न केवल जीत हासिल की, बल्कि अपने राजनीतिक सफर को भी जारी रखने में कामयाब रहे। कभी आम आदमी पार्टी के कद्दावर नेता और दिल्ली सरकार में पूर्व परिवहन मंत्री रहे कैलाश गहलोत भी पाला बदलकर जीत का सफर जारी रखने वालों में शामिल हैं। चुनाव से पूर्व भाजपा में पहुंचे कैलाश गहलोत बिजवासन सीट से इस बार 11276 वोटों के अंतर से जीते हैं। 2020 में आम आदमी पार्टी के विधायक रहे करतार सिंह तंवर ने भी इस बार भाजपा के टिकट पर छतरपुर सीट से चुनाव लड़ा और जीत हासिल की। अरविंदर सिंह लवली ने कांग्रेस से नाराज होकर लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा का दामन थाम लिया था।
भाजपा ने उन्हें गांधीनगर सीट से चुनावी मैदान में उतारा और उन्होंने जीत हासिल की। पुराने कांग्रेसी रहे तरविंदर सिंह मारवाह ने भी चुनाव से पहले पार्टी बदलकर भाजपा जॉइन कर ली थी। उन्होंने आम आदमी पार्टी के दूसरे बड़े नेता मनीष सिसोदिया को 675 वोटों के अंतर से हराया। कांग्रेस से आम आदमी पार्टी में पहुंचे चौधरी जुबैर अहमद ने भी मुस्लिम बहुल सीट सीलमपुर से जीत हासिल की है। उनके पिता मतीन अहमद पुराने कांग्रेसी रहे हैं और कांग्रेस के टिकट पर इसी सीट से पांच बार विधायक रहे। कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए नीरज बैसोया का राजनीतिक सफर भी अब दोबारा शुरू हो गया है। वह 2008 में इसी सीट से कांग्रेस के टिकट पर जीतकर विधायक रह चुके हैं। इस बार कांग्रेस में तरजीह नहीं मिलने के बाद भाजपा का दामन थामा और जीत हासिल की।