
विकेट मददगार नहीं था इसलिए स्वाभाविक खेल पर लगाम लगानी पड़ी
Jan 04, 2025
-ऋषभ पंत ने कहा- कभी-कभी समझदारी से खेलने की होती है जरूरत
मेलबार्न,। सिडनी में खेले जा रहे पांचवें और अंतिम टेस्ट मैच के पहले दिन भारतीय बल्लेबाजों का प्रदर्शन निराशाजनक रहने के बाद विकेटकीपर और बल्लेबाज ऋषभ पंत ने कहा कि कभी-कभी किसी को समझदारी से खेलने की जरूरत होती है। विकेट बल्लेबाजों के लिए मददगार नहीं था इसलिए उन्हें स्वाभाविक खेल पर लगाम लगानी पड़ी। सिडनी टेस्ट के पहले दिन भारत की बल्लेबाजी एक और निराशाजनक दिन रहा क्योंकि शीर्ष क्रम के बल्लेबाजों ने खराब शॉट के कारण विकेट गंवाएं। स्कॉट बोलैंड 31 रन देकर 4 विकेट लेकर टीम इंडिया को परेशान किया, जबकि ऋषभ ने 98 गेंदों में 3 चौकों और 1 छक्के की मदद से 40 रन बनाए। अपनी पारी में खेलते हुए पंत को चोटें भी लगीं।
पंत ने कहा कि मुझे लगता है कि इस पारी में मैं उस मानसिक स्थिति में नहीं था, जहां मैं खेल की कमान संभालना चाहता था, क्योंकि विकेट बहुत ज्यादा हिल रहा था और जिस तरह की स्थिति में हम थे और खेलते हुए मुझे लगा कि मैं थोड़ा रक्षात्मक क्रिकेट खेल सकता हूं। हां, आक्रमण करने का एक समय होता है, लेकिन जब आपको अंदर से ऐसा महसूस होता है। मैं पहले से यह नहीं सोच सकता कि मैं इस तरह से खेलूंगा, खेल ने मुझे उस दिन जो भी करने के लिए कहा, मैं वही करने की कोशिश करता हूं और यही मेरी मानसिकता थी।
पंत ने कहा कि इस पारी में 50 फीसदी संभावना थी जिसे मैं शुरू में भुना सकता था, लेकिन कभी-कभी आपको ज्यादा सुरक्षित क्रिकेट खेलना होता है, विशेषकर जिस तरह से विकेट व्यवहार कर रहा था, हम जानते थे कि अगर हमें यहां एक और विकेट मिल गया तो हम जल्द दो-तीन विकेट खो देंगे इसलिए जिस तरह से मैं खेला उसके पीछे यही विचार था और पिछले मैच में हमारे सामने जिस तरह का लक्ष्य था, उसमें कुछ खास करने को नहीं था, मुझे लगता है कि मुझे रक्षात्मक खेलना था, इसलिए मुझे लगता है कि मैं जिस तरह से खेल रहा हूं, वह ठीक है। इस बीजीटी के दौरान अब तक 5 मैचों और 8 पारियों में पंत ने 48.62 के स्ट्राइक रेट से खेलते हुए 24.25 की औसत से 194 रन बनाए हैं, जिसमें उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 40 है।