भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता श्री यशपाल सिंह सिसोदिया ने कांग्रेस की आपसी लड़ाई पर दी प्रतिक्रिया
Nov 29, 2024
- मुकेश मल्होत्रा के स्वागत में जीतू पटवारी और उमंग सिंघार की गुटबाजी खुलकर सामने आई
- कांग्रेस कर्तव्यनिष्ठ व ईमानदार कर्मचारियों को अपमानित कर रही है
- डकैतों का सहारा लेना कांग्रेस का चरित्र रहा है
- श्री यशपाल सिंह सिसोदिया
भोपाल, 28/11/2024। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता श्री यशपाल सिंह सिसोदिया ने कहा कि कांग्रेस पार्टी में हर नेता का अपना अलग गुट है, जिसके कारण उसमें गुटबाजी चलती रहती है। फिर एक बार गुरूवार को विजयपुर से नवनिर्वाचित कांग्रेस विधायक मुकेश मल्होत्रा के स्वागत में भी मध्यप्रदेश की कांग्रेस की गुटबाजी सामने आ गयी। प्रदेश कांगेस अध्यक्ष जीतू पटवारी के प्रदेश कार्यालय में आयोजित मुकेश मल्होत्रा के स्वागत कार्यक्रम के पूर्व ही नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने अपने निवास पर स्वागत कर पटवारी के कार्यक्रम से दूरी बनाए रखी। आज के कार्यक्रम में कांग्रेस के दोनों नेताओं की गुटबाजी खुलकर सामने आ गई है। डकैतों का सहारा लेकर चुनाव जीतने का कांग्रेस का चरित्र रहा है।
भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता श्री यशपाल सिंह सिसोदिया ने कहा कि प्रदेश में कांग्रेस शासनकाल में डकैतों का आतंक चरम पर था और उसके नेता चुनाव जीतने के लिए डकैतों का सहारा लेते थे। वर्ष 2003 में मध्यप्रदेश में भाजपा की सरकार बनी, इसके बाद डकैतों के खिलाफ सख्त कार्रवाई शुरू हुई। आज स्थिति यह है कि मध्यप्रदेश में एक भी डकैत नहीं बचा है, भाजपा सरकार ने डकैतों का पूरी तरह से सफाया कर दिया है।
कर्मचारियों को अपमानित करने की बजाय अपने गिरेबां में झांके कांगेस
भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता श्री यशपाल सिंह सिसोदिया ने कहा कि कांग्रेस जब भी देश और प्रदेश में चुनाव हारती है तो ईवीएम और पुलिस-प्रशासन पर आरोप लगाती है। विजयपुर चुनाव में कांग्रेस ने जीत हासिल की, उसके बावजूद कांग्रेस पार्टी और उनके नेता कर्मचारियों का अपमान कर रहे हैं। यह उनकी कर्मचारी विरोधी मानसिकता को दर्शाता है। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह हो या कमलनाथ लगातार अधिकारियों को धमकाते रहते हैं। पिछले विधानसभा चुनाव से पहले कमलनाथ कहते थे कि सूची बन रही है, विधानसभा चुनाव का परिणाम आने के बाद चुन-चुनकर बदला लिया जाएगा। क्या हुआ, न तो कांग्रेस सत्ता में आई न ही कमलनाथ मुख्यमंत्री बने। जीतू पटवारी हों या मुकेश मल्होत्रा, सभी को यह ध्यान रखना चाहिए कि कर्मचारियों का अपमान प्रदेश की जनता सहन नहीं करेगी।