
कोलार में श्रीमद्भागवत कथा: श्रीकृष्ण जन्मोत्सव पर भक्त झूमे
Mar 20, 2025
भोपाल। वृंदावन धाम से पधारे राष्ट्रीय संत शैलेन्द्र कृष्ण महाराज ओमार वैश्य भवन, विनीत कुंज, कोलार में श्रीमद्भागवत कथा का दिव्य रसपान करा रहे हैं। प्रचार - प्रसार प्रभारी राजेश राय ने बताया कि चौथे दिन की कथा में पूज्य महाराज जी ने चित्र और चरित्र के महत्व को बताते हुए कहा कि चित्रकला न हो चलेगा, पर चरित्रकला अनिवार्य है। उन्होंने युवाओं को संदेश दिया कि यदि धन चला जाए तो पुनः अर्जित किया जा सकता है, स्वास्थ्य चला जाए तो कुछ समय में वापस पाया जा सकता है, लेकिन यदि चरित्र नष्ट हो जाए तो पूरा जीवन बर्बाद हो जाता है।
कथा में श्रीकृष्ण जन्मोत्सव की धूम-
आज की कथा में भगवान श्रीकृष्ण जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया गया। जैसे ही श्रीकृष्ण जन्म की घोषणा हुई, पूरा पंडाल नंद के आनंद भयो, जय कन्हैया लाल की के जयघोष से गूंज उठा। श्रद्धालु भक्तिमय झूमने लगे और भजन-कीर्तन से पूरे वातावरण को आध्यात्मिक उल्लास से भर दिया।
महाराज श्री ने भगवान श्रीकृष्ण के जन्म का अद्भुत वर्णन करते हुए बताया कि उनका अवतरण धर्म की स्थापना और पापियों के विनाश के लिए हुआ था। इस अवसर पर कथा स्थल को भव्य रूप से सजाया गया, फूलों की वर्षा की गई और भगवान के प्राकट्य की खुशी में बिस्किट, टॉफी व मिष्ठान की वर्षा कर भक्तों को आनंदित किया गया।
शैलेंद्र कृष्ण शास्त्री ने श्रीराम के मर्यादा पुरुषोत्तम स्वरूप पर भी प्रकाश डालते हुए कहा कि माता-पिता की सेवा और आज्ञा का पालन करना प्रत्येक संतान का कर्तव्य है। भगवान श्रीराम ने इसी मर्यादा को निभाते हुए अयोध्या का त्याग कर 14 वर्षों तक वनवास किया।
कथा श्रवण करने हजारों श्रद्धालु उमड़ रहे हैं और खुद को सौभाग्यशाली मान रहे हैं। पूज्य शैलेन्द्र कृष्ण महाराज की वाणी से भक्तों का अनुराग बढ़ता ही जा रहा है। कथा का दिव्य प्रवाह पूरे भोपाल में भक्तिभाव का संचार कर रहा है।