तलोजा जेल के वरिष्ठ अधिकारी और पुलिस कांस्टेबल रिश्वतखोरी के जाल में फंसे

Dec 16, 2024

- कैदियों को सुविधा दिलाने के नाम पर जेल में चल रहा रिश्वतखोरी 

ठाणे। जेल में कैदियों को सुविधा दिलाने के नाम पर किस प्रकार रिश्वतखोरी हो रही है इस मामले की पुष्टि तब हो गयी जब मुंबई एंटी करप्शन ने तलोजा जेल के एक वरिष्ठ अधिकारी और पुलिस कांस्टेबल को रिश्वतखोरी के मामले में गिरफ्तार किया। ये गोरखधंधा महाराष्ट्र की प्रायः सभी जेलों में होने की जानकारी अक्सर सामने आती रहती है। मिली जानकारी के अनुसार जो कैदी हत्या और बलात्कार के आरोप में तलोजा जेल में न्यायिक हिरासत में हैं उन्हें जेल में किसी भी परेशानी से बचने के लिए रिश्वत की मांग की गई थी। एंटी करप्शन ने जेल के एक वरिष्ठ अधिकारी और जेल के एक सिपाही को रिश्वत की मांग करते हुए रंगे हाथ पकड़ा। उन्हें पनवेल कोर्ट ने मंगलवार 17 दिसंबर तक पुलिस हिरासत में रखने का आदेश दिया है। दरअसल दिनेश पवार को हत्या और बलात्कार के मामले में मुंबई की पंतनगर पुलिस ने गिरफ्तार किया है।

अदालत के आदेश के मुताबिक वह तलोजा जेल में बंद हैं। वरिष्ठ जेल अधिकारी निवृत्ति मानेजी कन्नवाड और पुलिस कांस्टेबल राहुल गरड ने आरोपी के भाई गणेश पवार से 1 लाख रुपये की रिश्वत की मांग की, ताकि जेल में पुलिस उसके साथ अच्छा व्यवहार करे। इसके बाद गणेश पवार ने एंटी करप्शन में शिकायत दर्ज कराई। तय रकम में से एक हजार रुपये गूगल पे के माध्यम से स्वीकार कर लिए गए। दोनों के बीच व्हाट्सएप कॉल रिकॉर्ड की गई। उनके बीच बनी सहमति के मुताबिक रविवार को मुंबई के एंटी करप्शन ने तलोजा जेल परिसर में जाल बिछाया। तभी राहुल गरड को नकदी लेते हुए पकड़ा गया। इसके बाद निवृत्ति कन्नवाड को भी हिरासत में लिया गया। दोनों के खिलाफ खारघर पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया। फिर पनवेल के सत्र न्यायलय के न्यायधीश के.जी. पालदेवार के हॉलिडे कोर्ट में दोनों आरोपियों को पेश किया गया, जहां उन्हें तीन दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है। इस घटना से ये पुष्टि हो गया है कि जेल में कैदियों को सुविधा दिलाने के नाम पर किस प्रकार रिश्वतखोरी हो रही है।  


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