सीरिया से आई तस्वीरों ने उड़ाई चीन की नींद! उइगर मुसलमान ले रहे आतंकी ट्रेनिंग

बीजिंग,। सीरिया से आई एक तस्वीर ने चीन की नींद उड़ा दी। ये वो तस्वीर है जिसमें चीन के उइगर मुसलमान आईएसआईएस और अलकायदा के आतंकियों से ट्रेनिंग लेते दिखाई दे रहे हैं। इसके साथ ही कुछ समय पहले पाकिस्तान में चीनी इंजीनियरों पर हुए आतंकी हमले में भी इनका कनेक्शन सामने आया था। इस पर पाकिस्तान ने चीन को समझा बुझाकर मामले को शांत करा दिया था। 

चीन ने 14 जुलाई 2021 को पाकिस्तान में दासु बांध पर काम कर रहे चीनी इंजीनियरों की बस पर हुए आतंकवादी हमले को लेकर पाकिस्तानी खुफिया और सुरक्षा एजेंसियों के साथ मिलकर जो जांच की थी। उस दौरान भी उसे यह पता चला था कि उस आतंकवादी हमले में उइगर मुसलमान शामिल हैं। पाकिस्तान ने तब चीन को यह कहकर समझाने की कोशिश की थी कि यह आतंकवादी तुर्किस्तान इस्लामिक मूवमेंट से जुड़े हुए लोग हैं। लेकिन क्योंकि उसे निशाना दूसरे आतंकवादी संगठन तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान और अपने पड़ोसी देशों पर साधना था, लिहाजा उसने उस हमले में उइगर मुस्लिम आतंकवादी संगठनों का नाम लेने से मना कर दिया था। तब चीन ने भी उसका पूरा साथ दिया था।

चीन के उइगर मुसलमान अन्य आतंकवादी संगठनों के आतंकवादियों के साथ खड़े दिखाई दे रहे हैं। चीन की खुफिया एजेंसी के पास बाकायदा यह सूचना है कि चीन के उइगर मुसलमानों को आतंकवाद की ट्रेनिंग दी जा रही है। इन तस्वीरों में यह चीनी मुसलमान आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट के साथ अन्य खूंखार आतंकवादी संगठनों के आतंकवादियों के साथ मौजूद हैं। माना जा रहा है कि पाकिस्तान समर्थक एक आतंकवादी संगठन इन लोगों को हथियार चलाने के साथ-साथ अन्य आतंकी गतिविधियों की ट्रेनिंग भी दे रहा है, जिसके एक चरण में यह लोग सीरिया में जाकर आतंकवादी संगठनों के साथ मिलकर आतंक की लड़ाई लड़ रहे हैं।

2006 में, अमेरिकी सेना ने अफ़गानिस्तान और पाकिस्तान के युद्ध क्षेत्रों से 22 उइगर आतंकवादियों को इस सूचना पर पकड़ा कि वे अल-कायदा से जुड़े थे। उन्हें ग्वांतानामो बे में पाँच से सात साल तक कैद रखा गया, जहां उन्होंने गवाही दी कि उन्हें ईटीआईएम नेता अब्दुल हक ने ईटीआईएम ट्रेनिंग कैम्प पाकिस्तान में प्रशिक्षित किया था। पाकिस्तान से अपने लाभ के लालच में उलझा चीन अभी तक लगातार इन बातों को नजरअंदाज करता रहा था। लेकिन सीरिया में आतंकवादी संगठनों के साथ उइगर मुस्लिम आतंकवादियों की फोटो और जानकारी ने चीन को विचलित कर दिया है क्योंकि चीन में साल 2019 से अब तक फिलहाल कोई आतंकवादी हमला नहीं हुआ है। माना जा रहा है कि पाकिस्तान का आतंकवादी संगठन तालिबान के साथ मिलकर इन मुस्लिम आतंकवादियों के जरिए चीन में एक बार फिर आतंक का जाल फैला सकता है। उइगर आतंकवादी संगठन इसके पहले भी तालिबान/ अलकायदा के प्रभाव में रहा है।






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