महाराष्ट्र में संक्रमण बीमारियों का प्रकोप
Jan 20, 2025
मुंबई, । महाराष्ट्र में संक्रमण बीमारियों का प्रकोप इस साल बढ़ गया है। सरकारी आंकड़ों के अनुसार, राज्य में उपरोक्त बीमारियों का प्रकोप वर्ष की शुरुआत में जनवरी के पहले पखवाड़े में ही देखा गया था। वर्तमान में राज्य भर में मलेरिया/बुखार के 401 मामले, डेंगू के 210 मामले और चिकनगुनिया के 130 मामले सामने आए हैं। इसके पीछे मुख्य कारण शहरों में चल रही अनगिनत निर्माण परियोजनाएं बताई जा रही हैं। मुंबई के विभिन्न हिस्सों में बड़े पैमाने पर निर्माण कार्य चल रहा है। जिन क्षेत्रों में निर्माण कार्य चल रहा है, वहां स्थिर पानी की उचित निकासी न होने के कारण मच्छरों का प्रजनन और संख्या बढ़ रही है। इसीलिए सेंट जॉर्ज अस्पताल द्वारा जानकारी दी है कि मुंबई में मलेरिया और डेंगू के मरीजों की संख्या में वृद्धि हुई है। सिर्फ निर्माण ही नहीं, बल्कि पर्यावरण में बड़े पैमाने पर हो रहे परिवर्तन भी मौसमी चक्र पर सीधा प्रभाव डाल रहे हैं।
विशेषज्ञों का कहना है कि निर्माण परियोजनाओं की बढ़ती संख्या और इसके परिणामस्वरूप उत्पन्न धुंए की स्थिति, हीटस्ट्रोक और डेंगू के विकास के लिए अनुकूल वातावरण पैदा कर रही है। राज्य में डेंगू, चिकनगुनिया और मलेरिया को फैलने से रोकने के लिए जनस्वास्थ्य विभाग उन क्षेत्रों में सर्वेक्षण अभियान चला रहा है, जहां मरीज पाए गए हैं। वहां मरीजों की प्रारंभिक जांच कर उनके लक्षणों के अनुसार उपचार किया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग ने खुद इस संबंध में जानकारी जारी की है। इसके मुताबिक जनवरी में चिकनगुनिया के मरीजों की संख्या पिछले साल की तुलना में दोगुनी हो गई है, जिसमें सबसे ज्यादा मरीज अकोला में हैं। यह संख्या 35 है, इसके बाद मुंबई में 19 और सतारा में 17 मरीज हैं।