
इजरायली हमले में ईरान के सबसे पावरफुल न्यूक्लियर साइट को हुई क्षति, अब आगे क्या?
Jun 14, 2025
तेल अवीव। बीते रोज इजरायली हमले में ईरान के सबसे पावरफुल न्यूक्लियर साइट को नुकसान हुआ है। ऐसे में सवाल उठने लगे कि अब आगे क्या होगा। क्या खामनेई इसको लेकर कोई नई रणनीति बना रहे हैं। ये सवाल तब उठा जब इजरायली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू की आर्मी यानी आईडीएफ ने अब हमदान की सबसे बड़ी एयरबेस को नष्ट करने का दावा किया है। इस स्थान को ईरान का सबसे सुरक्षित और संवेदनशील परमाणु ठिकाना माना जाता है। हमले में ईरान के कई सैन्य और परमाणु ठिकाने तबाह हुए, जिसमें कासर-ए-शीरिन और कांजावर भी शामिल हैं।
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पहले ही यह साफ कर दिया था कि अगर ईरान परमाणु समझौते के लिए राजी नहीं हुआ तो आने वाले वक्त में ईरान पर और बड़े हमले किए जाएंगे। माना जा रहा है कि ईरान की सबसे सुरक्षित न्यूक्लियर साइट पर यह हमला इसी कड़ी में किया गया है। इजरायल के 70 से ज्यादा लोग, आर्मी अफसर व वैज्ञानिक इजरायली हमलों में मारे जाने की जानकारी सामने आ रही है।
ईरान और इजरायल में बढ़ते तनाव के बीच संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की एक आपात बैठक शनिवार आधी रात भारतीय समयानुसार 1:23 बजे होने जा रही है। दुनिया दो खेमों में बंटी नजर आ रही है। अमेरिका और यूरोप जहां इजरायल को सैन्य और कूटनीतिक समर्थन दे रहे हैं, वहीं चीन और रूस खुलकर ईरान के साथ खड़े हैं। भारत इस पूरे मसले पर न्यूट्रल है। ऐसा इसलिए क्योंकि इजरायल और ईरान दोनों ही हमारे अच्छे दोस्त हैं। चीन और रूस ने हाल ही में एक प्रस्ताव का समर्थन किया है, जिसमें ईरान से क्षेत्रीय शांति बनाए रखने की अपील की गई है। चीन के विदेश मंत्रालय ने बयान दिया, हम ईरान के साथ हैं और संवाद का समर्थन करते हैं, वहीं, रूस ने ईरान को शांति का चैंपियन बताया। दूसरी ओर, अमेरिका ने इजरायल को हाई-टेक हथियार और खुफिया जानकारी दी है, जबकि यूरोपीय संघ के अधिकारी जोसेप बोरेल ने कहा, “इजरायल को आत्मरक्षा का अधिकार है।