ननि ने की करीब 50 करोड़ रुपये की अतिरिक्त वसूली
Jan 03, 2024
कमजोर वसूली वाले जोनल और वार्ड प्रभारियों पर हो रही कार्रवाई
भोपाल । बकाया करों की वसूली के लिए नगर निगम ने कसावट लाना प्रारंभ कर दिया है। कमजोर वसूली करने वाले जोनल और वार्ड प्रभारियों पर कार्रवाई की जा रही है। इसका असर भी राजस्व वसूली के आंकडों पर नजर आने लगा है। यही वजह है कि बीते वित्तीय वर्ष की अपेक्षा इस बार दिसंबर 2023 तक निगम 20 प्रतिशत यानि करीब 50 करोड़ रुपये अतिरिक्त वसूली कर चुका है। हालांकि मार्च 2024 से पहले 550 करोड़ का लक्ष्य पूरा करने के लिए बकायादारों के संपत्तियों की कुर्की और नीलामी करने की योजना बनाई जा रही है। कुछ स्थानों में कुर्की की कार्रवाई की गई है, जिससे राजस्व वसूली में बढ़ोत्तरी हुई है। नगर निगम आर्थिक तंगी से गुजर रहा है, जिसकी वजह से सड़क, नाली, जलापूर्ति और सफाई समेत अन्य मूलभूत सुविधाएं प्रभावित हो रही है।
इससे उबरने के लिए नगर निगम को राजस्व वसूली बढ़ाने की जरुरत है। ऐसे में नगर निगम ने बकायादारों से संपत्तिकर और जल उपभोक्ता प्रभार समेत अन्य करों को वसूलने के लिए सख्त रवैया अपना रहा है। बता दें कि नगर निगम में 2023-24 वित्तीय वर्ष के लिए 550 करोड़ रुपये का लक्ष्य रखा गया है। जिसे मार्च 2024 से पहले पूरा करना है। इसको लेकर राजस्व शाखा के अधिकारियों और कर्मचारियों से निरंतर फीडबैक लिया जा रहा है। नगर निगम संपत्तिकर, जल उपभोक्ता प्रभार, ठोस अपशिष्ठ प्रभार, सीवेज शुल्क, भवन अनुज्ञा, व्यवसायिक लायसेंस और पार्किंग समेत अन्य मदों में करीब 350 करोड़ रुपये के राजस्व की वसूली एक अप्रैल 2023 से 31 दिसंबर 2023 तक की गई है।
जबकि बचे हुए तीन माह में निगम को लक्ष्य पूरा करने के लिए 200 करोड़ रुपये वसूलना होगा।संपत्तिकर, जल उपभोक्ता प्रभार और ठोस अपशिष्ठ प्रभार समेत अन्य करों को वसूलने के लिए अवकाश वाले दिन यानि शनिवार और रविवार को भी कार्यालय खोले गए थे। इन दिनों में भी रिकार्ड वसूली की गई। अधिकारियों ने बताया कि वर्ष खत्म होने से पहने 30 व 31 दिसंबर को सात करोड़ रुपये से अधिक का राजस्व नगर निगम को मिला है।