मोहम्मद यूनुस की बेटी की अमेरिका में बढ़ेंगी मुश्किलें, ट्रंप की है नजर
Jan 23, 2025
वाशिंगटन। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की नजर बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के मुखिया मोहम्मद यूनूस की बेटी मोनिका और हिलेरी क्लिंटन की दोस्ती पर है। दरअसल, मोहम्मद यूनुस की अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप की विरोधी रहीं हिलेरी क्लिंटन से पुरानी यारी है। 2016 में यूनुस ने हिलेरी क्लिंटन फाउंडेशन को 3 लाख डॉलर (करीब 2.5 करोड़ भारतीय रुपये) का डोनेशन दिया था। अमेरिका में यूनुस की बेटी मोनिका रहती हैं। उनकी इस हरकत से ट्रंप उनसे चिढ़े हुए हैं। अब ट्रंप की नई सरकार में मोहम्मद यूनुस को जांच का सामना करना पड़ सकता है। अमेरिका के वर्तमान राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प से नफरत करने वाले मोहम्मद यूनुस को अब अपनी कारगुजारियों के चलते अनेक जांचों का सामना करना पड़ सकता है। मोहम्मद यूनुस पर आरोप है कि हिलेरी क्लिंटन से उनकी बेहद नजदीकियां है इन्हीं नजदीकियों के चलते उनकी बेटी मोनिका यूनूस को पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडेन प्रशासन में विशेष स्थान मिला। बताया जाता है कि मोहम्मद यूनुस के क्लिंटन परिवार से कितने गहरे संबंध थे कि हिलेरी क्लिंटन के विदेश मंत्री रहते हुए उन्हें करोड़ों डॉलर का लोन दिया गया। यह भी आरोप है कि इसके लिए तमाम नियम कानूनों को ताक पर रख दिया गया।
राष्ट्रपति ट्रंप और मोहम्मद यूनुस के बीच टकराव तब बढ़ा जब साल 2016 में यूनुस ने हिलेरी क्लिंटन फाउंडेशन को 3 लाख अमेरिकी डॉलर का डोनेशन दिया। इस डोनेशन को लेकर ट्रंप बेहद परेशान थे क्योंकि यह डोनेशन उनके खिलाफ दिया गया था। बताया जाता है कि बाद में क्लिंटन फाउंडेशन ने इस डोनेशन को रहस्यमयी तरीके से अपनी वेबसाइट की लिंक से हटा दिया था। अमेरिकी कांग्रेस के अनुसार हिलेरी क्लिंटन ने मोहम्मद यूनुस की मदद के लिए बांग्लादेश की अवामी लीग सरकार के खिलाफ आक्रामक रणनीति अपनाई थी। उन्होंने मोहम्मद यूनुस को भ्रष्टाचार और वित्तीय अपराध के आरोपों से बचाने के लिए अमेरिकी विदेश विभाग बांग्लादेश में अपने दूतावास में विश्व बैंक के वरिष्ठ अधिकारियों को तैनात किया था।
यह भी आरोप है कि हिलेरी क्लिंटन ने मुहम्मद यूनुस की ओर से बांग्लादेश को बार-बार सीधी धमकियां दी। तत्कालीन प्रधानमंत्री शेख हसीना को आगाह किया कि विश्व बैंक पद्मा ब्रिज परियोजना के लिए पहले से स्वीकृत 1.2 बिलियन डॉलर के ऋण को वापस ले सकता है। क्लिंटन ने विश्व बैंक के अधिकारियों पर प्रभाव डाला और कथित तौर पर एफबीआई और सीआईए का इस्तेमाल करके कम से कम दो प्रमुख अधिकारियों को ब्लैकमेल किया, जिससे उन्हें स्वीकृत ऋण रद्द करने के लिए मजबूर होना पड़ा। फिलहाल राष्ट्रपति ट्रंप के फिर से पदभार संभालने के बाद अब मोहम्मद यूनुस और अमेरिका में मौजूद उनकी बेटी मोनिका यूनुस को परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।