अमेरिकी मदद से इजरायल के हौंसले बुलंद कहा- हिजबुल्ला का समूल नष्ट करके ही दम लेंगे

तेलअवीव। हजरायल हमास युद्ध रोकने के लिए अमेरिका शांति का प्रस्ताव लेकर घूम रहा है। वहीं बैकडोर से इजरायल को जमकर हथियार सप्लाई कर रहा है। इससे इजरायल के हौंसले बुलंद हैं। जिसके चलते पीएम नेतन्याहू ने कहा जब तक कि आतंकी सीमा पार से हम पर रॉकेट दागना बंद नहीं कर देते, इजरायल पूरी ताकत से हमला करता रहेगा और हिजबुल्ला का समूल नष्ट करके ही दम लेगा। यही वजह है कि इजरायल ने शांति प्रस्ताव को न केवल ठुकराया है बल्कि अमेरिका और अन्य यूरोपीय देशों द्वारा की गई युद्धविराम पेशकश की उम्मीद को धूमिल कर दिया है। संयुक्त राष्ट्र महासभा में विश्व नेताओं की वार्षिक सभा भाग लेने के लिए न्यूयॉर्क पहुंचे नेतन्याहू ने ऐलान किया कि जब तक हिजबुल्लाह हम पर हमले नहीं रोकता है, हम उस पर पूरी ताकत से हमला करते रहेंगे। नेतन्याहू ने यह बात तब की है जब अमेरिकी और यूरोपीय अधिकारी मध्य पूर्व में शुरू हुए इस नए संघर्ष को रोकने का प्रयास कर रहे हैं। अमेरिकी अधिकारियों ने इजरायल को युद्ध न करने की सलाह दी है। सलाह दी कि कूटनीति के जरिए इस युद्ध को टाला जा सकता है।

गुरुवार को इजरायली सेना ने लेबनान में नया हमला किया। इस अटैक में हिजबुल्लाह का एक और सीनियर कमाडंर मारा गया। काउंटर अटैक में लेबनान की तरफ से भी इजरायल पर दर्जनों रॉकेट दागे गए। इस भीषण संग्राम का असर यह हुआ है कि इजरायल और लेबनान के सीमावर्ती इलाकों में रह रहे लोगों ने जान बचाकर भागना शुरू कर दिया है। वे सुरक्षित जगह के लिए विस्थापित हो रहे हैं। गौरतलब है कि इजराइल की सेना ने दावा किया कि उसने बेरूत के उपनगरीय क्षेत्र में एक अपार्टमेंट इमारत पर हवाई हमला करके हिजबुल्ला के ड्रोन कमांडर को मार गिराया। हिजबुल्लाह ने इजरायल के इस दावे पर तत्काल कोई टिप्पणी नहीं की कि कमांडर मोहम्मद हुसैन सुरूर की मौत हो गई है।

एक तरफ अमेरिका यूरोपीय देशों के साथ मिलकर इजरायल को युद्धविराम रोकने का आग्रह कर रहा है। दूसरी तरफ इजरायल को मिसाइल और हथियारों के लिए मोटा आर्थिक पैकेज भी दे रहा है। इजरायली रक्षा मंत्रालय ने गुरुवार को एक बयान में कहा कि इजरायल को अपने चल रहे सैन्य प्रयासों का समर्थन करने तथा क्षेत्र में गुणात्मक सैन्य बढ़त बनाए रखने के लिए अमेरिका से 8.7 बिलियन डॉलर का सहायता पैकेज मिला है। बता दें कि गाजा युद्ध के दौरान भी अमेरिका ने इजरायल को आर्थिक मदद करना जारी रखा था। इजरायली सेना पर गाजा में भीषण नरसंहार और निर्दोषों के कत्ल के आरोप लगे, बावजूद इसके अमेरिका सामने से इजरायल को युद्धविराम के लिए मनाने की कोशिश करता भी दिखा और दूसरी तरफ उसने इजरायल को मदद करना भी जारी रखा।पैकेज में आवश्यक युद्धकालीन खरीद के लिए 3.5 बिलियन डॉलर शामिल हैं। बाकी 5.2 बिलियन डॉलर वायु रक्षा प्रणालियों के लिए निर्धारित किए गए हैं। जिनमें आयरन डोम एंटी-मिसाइल सिस्टम, डेविड्स स्लिंग और एक उन्नत लेजर प्रणाली शामिल हैं। बता दें कि इजरायल वर्तमान में दो मोर्चों पर लड़ रहा है, गाजा में हमास के खिलाफ और लेबनान में हिजबुल्लाह के खिलाफ। इजरायली रक्षा मंत्रालय का कहना है कि यह मदद इजरायल और अमेरिका के बीच मजबूत और स्थायी रणनीतिक साझेदारी और इजरायल की सुरक्षा के लिए दृढ़ प्रतिबद्धता को और मजबूत करता है।


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