रिश्वतकांड के बाद नर्सिंग कालेजों की जांच सवालों के घेरे में

Mei 21, 2024

प्रदेश की 169 नर्सिंग कालेजों को सीबीआई ने दी थी क्लीन चिट

भोपाल । नर्सिंग कालेजों की जांच में उपयुक्त रिपोर्ट देने को लेकर सीबीआई निरीक्षक द्वारा रिश्वत लेने का मामला उजागर होने के बद प्रदेश की समस्त  169 नर्सिंग कॉलेजों की जांच पर प्रश्नचिंह लग गया है। मामले में आरोपी सीबीआई निरीक्षक राहुल राज द्वारा 10 लाख रुपये रिश्वत लेने और उसकी गिरफ्तारी के बाद सभी कॉलेजों की जांच सवालों के घेरे में है। उच्च न्यायालय ने 364 कालेजों की जांच सीबीआई को सौंपी थी, जिसमें अब तक 318 कालेजों की जांच सीबीआई ने पूरी कर हार्हकोर्ट में रिपोर्ट प्रस्तुत कर दी है। बड़ी बात यह है कि इनमें 169 कालेजों को सीबीआई ने क्लीन चिट दे दी है। इस रिपोर्ट के आधार पर हाईकोर्ट ने इन कालेजों की मान्यता बहाल करने के लिए चिकित्सा शिक्षा संचालनालय को कहा था।

उधर, सीबीआई ने अब तक रिश्वत मामले में 23 लोगों को आरोपित बनाया है, जिसमें चार सीबीआई अधिकारी भी हैं। इनमें 13 को गिरफ्तार कर कोर्ट में प्रस्तुत किया जा चुका है। इसमें राहुल राज के अतिरिक्त सीबीआई में अटैच मप्र सीआइडी के निरीक्षक सुशील मजोका, कालेज संचालक व दलाल शामिल हैं। नर्सिंग कालेजों से जुड़ी तीन महिलाओं को भी हिरासत में लिया गया है। आरोपितों के यहां से दो करोड़ 33 लाख रुपये नकद, चार गोल्ड बार, 36 डिवाइस व दस्तावेज जब्त किए गए हैं। तीन दिन में सीबीआई ने भोपाल, इंदौर, रतलाम और जयपुर में 31 स्थानों पर छापेमारी की है। बता दें कि राहुल राज को सीबीआई की टीम ने शनिवार रात प्रोफेसर कालोनी स्थित उनके निवास से 10 लाख रुपये की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया था।

उन्होंने भोपाल के मलय नर्सिंग कालेज के चेयरमैन अनिल भास्करन, प्रिंसिपल सुमा भास्करन और दलाल सचिन जैन से रिश्वत ली, तभी चारों को गिरफ्तार किया गया। निरीक्षक सुशील मजोका को भी भोपाल से गिरफ्तार किया गया। उनके पास मप्र के नर्सिंग कॉलेजों की जांच का जिम्मा था। आठ अन्य आरोपितों को इंदौर, रतलाम से गिरफ्तार किया गया। पूछताछ के लिए सभी को सीबीआई ने 29 मई तक के लिए रिमांड पर लिया है। 


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