आने वालों सालों में वैश्विक निवेश का दूसरा सबसे बड़ा केंद्र बनेगा भारत
Nov 21, 2024
-वॉल स्ट्रीट के प्रमुख बैंकर ने की भविष्यवाणी
नई दिल्ली,। वॉल स्ट्रीट के प्रमुख बैंकर और सिटीग्रुप इंक. के एग्जीक्यूटिव वाइस प्रेसिडेंट विश्वास राघवन ने भविष्यवाणी की है कि अमेरिका के बाद भारत अगले कुछ सालों में वैश्विक निवेश का दूसरा सबसे बड़ा केंद्र बन जाएगा। उन्होंने कहा कि 3 ट्रिलियन डॉलर यानी करीब 2531 लाख करोड़ रुपए का निवेश तैयार है, और निवेशक ज्यादा सतर्क होंगे, क्योंकि रिटर्न के अनुमानों के आधार पर सार्वजनिक और निजी बाजारों में निवेश का प्रवाह अलग होगा।
उन्होंने कहा कि डोनाल्ड ट्रंप अमेरिका को एक मैन्युफैक्चरिंग हब बनाने पर जोर दे रहे हैं, बहुराष्ट्रीय कंपनियां अपनी निवेश योजनाओं में बदलाव कर रही हैं। हालांकि, नीतिगत बदलाव वैश्विक व्यापार व्यवस्था को अस्थिर कर सकते हैं, लेकिन इससे अमेरिका में रोजगार बढ़ने की उम्मीद है। राघवन ने यह भी कहा कि भारत खुद एक बड़ा बाजार है, और ट्रंप की नीतियों के कारण इसे फायदा हो सकता है।
उन्होंने बताया कि ऊर्जा, बुनियादी ढांचा और उपभोक्ता क्षेत्र भारतीय निवेशकों के लिए आकर्षक हो सकते हैं। भारत की विशेषता यह है कि यहां जो भी उत्पाद बनेगा, उसका उपभोग भी भारत में ही होगा, जबकि अन्य देशों में ऐसे उत्पादों को निर्यात करना पड़ता है। भारत की बढ़ती आय, विशाल जनसंख्या, और सरकार की मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा देने की नीति से आने वाले सालों में निवेश प्रवाह में वृद्धि की संभावना है।
उन्होंने कहा कि भारत जैसे देशों में बढ़ती आय और जनसंख्या की पूरी न होने वाली मांग इसे सबसे आकर्षक बाजार बना देती है। हालांकि, उन्होंने यह भी चेतावनी दी कि आय में वृद्धि कमजोर है और पिछले कुछ समय में भारतीय शेयर बाजार में कुछ गिरावट आई है। फिर भी राघवन का मानना है कि भारतीय कंपनियां तेजी से बढ़ती संपत्ति और बैंकिंग सुधारों के साथ वैश्विक मंच पर प्रमुख रूप से उभर रही है।