विपक्षियों का इंडिया गठबंधन देश हित में नहीं केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा

Okt 25, 2023

भोपाल । केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा और कहा कि देश में सबसे अधिक शासन करने वाले दल कांग्रेस ने आदिवासियों का हमेशा शोषण किया है। कांग्रेस सिर्फ सत्ता में बने रहने के लिए जनजाति समाज का इस्तेमाल करती रही है। श्री मुंडा बुधवार को भाजपा स्टेट मीडिया सेंटर में प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित कर रहे थे।

श्री मुंडा ने कहा कि मप्र में जनजाति आदिवासियों की संख्या देश में सर्वाधिक है, लेकिन कांग्रेस ने सरकार में रहते हुए हमेशा जनजाति हितों की अनदेखी की है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की नीयत समझने के बाद जनजाति समाज ने भी इन्हें नकारने का काम किया है। कांग्रेस अपने वचन पत्र में बहुत सारी बातें और वादे कर रही है, लेकिन ये सिर्फ एक छलावा और धोखा है। कांग्रेस पहले भी जनता के साथ धोखा कर चुकी हैं। 

केंद्रीय मंत्री मुंडा ने कहा कि कांग्रेस के काल में आदिवासियों का पलायन हुआ। उनकी हालत दयनीय हुई। भाजपा ने सरकार में आने के बाद आदिवासियों के लिए भरपूर काम किया। मोदी सरकार ने आदिवासी वर्ग हितैषी योजनाएं बनाई हैं। अब उनका परिणाम भी देखने को मिल रहा है। श्री मुंडा ने कहा कि कांग्रेस का वचन पत्र बताता है कि वो घबराई हुई है। वो पुनः अपना स्थान बनाने में जुटी है। कांग्रेस ने आदिवासी भाईयों को दिया जाने वाला पैसा बंद कर दिया। योजना बंद कर दी। ऐसे में आदिवासी भाई सुविधाओं से वंचित हो गए। दिग्विजय सिंह सरकार में भी बैकलॉग, आरक्षण और स्वास्थ्य, शिक्षा के मामले में झूठे वायदे किए थे। अटल सरकार में जनजातीय समुदाय के लिए मंत्रालय और आयोग बनाए गए हैं। जिनकी बात कांग्रेस आज करने की बात अपने वचन पत्र में कर रही है। लेकिन कांग्रेस का यह झूठ का पुलिंदा नहीं चलेगा।

श्री मुंडा ने विपक्षी पार्टियों गठबंधन इंडिया पर कहा कि ये गठबंधन देश हित के लिए नहीं है, सिर्फ सत्ता हासिल करने के लिए है। पैसा एक्ट पर उन्होंने कहा कि कांग्रेस गुमराह करके लाभ लेना चाहती है। महिलाओं की भागेदारी पर उन्होंने कहा कि हम इस बात के हमेशा पक्षधर रहे हैं। हमने 33 प्रतिशत महिला आरक्षण बिल पास किया।  मप्र  में भाजपा आदिवासी वर्ग से सीएम बनाएगी क्या? इसके जवाब में श्री मुंडा ने कहा कि ये फैसला विधायक दल करता है। वे अपना नेता चुनते हैं। भाजपा कभी जातीय आधार पर फैसला लेने की बात नहीं करती है।


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