ब्रिटेन में नहीं थम रहीं पवित्र कुरान के अपमान की घटनाएं, चिंता व्याप्त

लंदन,। पिछले दिनों हुई एक घटना के बाद एक बार फिर ब्रिटेन के मैनचेस्टर में पवित्र कुरान के पन्ने जलाने की घटना सामने आ गई है। इस घटना के बाद वैसे तो पुलिस ने एक 47 वर्षीय शख्स को गिरफ्तार कर लिया, और उससे पूछताछ भी कर रही है। लेकिन इन घटनाओं से देश व विदेश में चिंता व्याप्त हो गई है। 

गौरतलब है कि पवित्र कुरान के पन्ने जलाने को लेकर की गई शख्स की गिरफ्तारी ऐसे समय में हुई है जबकि स्वीडन में कुरान जलाने वाले ईसाई व इस्लाम विरोधी कार्यकर्ता सलवान मोमिका की हत्या की खबर दुनियां में फैली थी। इस वजह से इस घटना को मोमिका की हत्या से जोड़कर भी देखा गया और उसे आधार बनाकर प्रतिक्रियाएं भी दी गई हैं। इसलिए चारों ओर चिंता व्याप्त है। 

मैनचेस्टर में गिरफ्तारी

ग्रेटर मैनचेस्टर पुलिस (जीएमपी) के अनुसार, ‘ग्लेड ऑफ लाइट मेमोरियल’ पर नस्लीय रूप से भड़काऊ सार्वजनिक व्यवस्था भंग करने के आरोप में आरोपी को गिरफ्तार किया गया। पुलिस की असिस्टेंट चीफ कॉन्स्टेबल स्टेफनी पार्कर ने कहा, हम अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का समर्थन करते हैं, लेकिन यह तब तक स्वीकार्य है जब तक किसी अन्य को नुकसान न पहुंचे।

स्वीडन में सलवान मोमिका की हत्या

स्वीडन में विवादित इस्लाम विरोधी कार्यकर्ता सलवान मोमिका की हत्या कर दी गई। मोमिका ईसाई समुदाय से ताल्लुक रखते थे और 2023 में कुरान जलाने की घटना के बाद चर्चा में आए थे। उनकी हरकतों के कारण मुस्लिम समाज में गहरा आक्रोश था और विभिन्न देशों में विरोध प्रदर्शन हुए थे।

डेनमार्क में भी कुरान जलाने की घटना

इस बीच, डेनमार्क की दक्षिणपंथी पार्टी स्ट्राम कुर्स के नेता रासमस पालुदान ने भी मोमिका की हत्या के विरोध में तुर्की दूतावास के बाहर कुरान की प्रति जलाई और इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर पोस्ट किया। पालुदान पहले भी मुस्लिम समुदाय के खिलाफ विवादित बयान देने और कुरान जलाने के मामलों में दोषी करार दिए जा चुके हैं।

बढ़ती घटनाओं से चिंता

ब्रिटेन और यूरोप में हाल के दिनों में इस तरह की घटनाओं में बढ़ोतरी हुई है, जिससे विभिन्न समुदायों में तनाव बढ़ता जा रहा है। सुरक्षा एजेंसियां हालात पर नजर बनाए हुए हैं और समुदायों से शांति बनाए रखने की अपील कर रही हैं।



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