हाई कोर्ट ने अक्षय शिंदे एनकाउंटर जांच पर सीआईडी को लगाई फटकार
Dec 03, 2024
मुंबई, । मुंबई से सटे बदलापुर के एक स्कूल में दो बच्चियों के साथ यौन उत्पीड़न किया गया। इस घटना से पूरा महाराष्ट्र समेत पूरा देश हिल गया था। घटना सामने आने के कुछ ही घंटों के भीतर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपी को कड़ी सजा देने की मांग को लेकर बदलापुर में जोरदार आंदोलन हुआ। 24 सितंबर 2024 में आरोपी अक्षय शिंदे का एनकाउंटर हो गया था। लेकिन उनके पिता अन्ना शिंदे ने हाई कोर्ट में याचिका दायर कर आरोप लगाया है कि अक्षय को फर्जी मुठभेड़ में मारा गया है। सुनवाई के दौरान बॉम्बे हाई कोर्ट ने आरोपी अक्षय शिंदे के एनकाउंटर मामले में सीआईडी को कड़ी फटकार लगाई। हाई कोर्ट ने कहा, ऐसा लगता है कि सीआईडी मामले की जांच को गंभीरता से नहीं ले रही है।
कोर्ट ने यह भी कहा कि सभी घटनाओं की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए। न्यायधीश रेवती मोहिते डेरे और न्यायधीश पृथ्वीराज चव्हाण की बेंच के सामने सुनवाई हुई। इसमें उन्होंने राय जाहिर की है कि सीआईडी का मौजूदा व्यवहार संदेह के घेरे में है। निष्पक्ष जांच के लिए स्थानीय पुलिस ने मामले की जांच सीआईडी को सौंप दी है। यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि जांच दस्तावेजों को एकत्र कर उचित जांच के लिए मजिस्ट्रेट को सौंप दिया जाए। हर घटना की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए। पीठ ने अहम टिप्पणी करते हुए कहा कि आरोपी और उसके परिवार को भी यह अधिकार है। कोर्ट को बताया गया कि सभी दस्तावेज और जानकारी मजिस्ट्रेट को सौंप दी गई है। बाकी दस्तावेज एक सप्ताह के भीतर सौंप दिये जायेंगे।
- अगली सुनवाई 20 जनवरी को
इस मामले की अगली सुनवाई 20 जनवरी 2025 को होगी। तब तक मजिस्ट्रेट को अदालत में एक रिपोर्ट जमा करनी होगी।
- पुलिस ने क्या कहा?
आरोपी अक्षय शिंदे को 24 सितंबर को एक अन्य मामले में पुलिस वैन में नवी मुंबई की तलोजा जेल से ठाणे ले जाया जा रहा था। इस दौरान शिंदे ने पुलिस वैन में बैठे एक पुलिसकर्मी की पिस्तौल छीन ली। शिंदे ने वैन में ही तीन गोलियां मारीं। एक गोली पुलिस अधिकारी को लगी। वह घायल हो गया। जवाब में पुलिस ने फायरिंग की। गोली अक्षय शिंदे को लगी। इसमें उनकी मौत हो गई। पुलिस के इस बयान पर मृतक शिंदे के परिवार ने संदेह जताया। उन्होंने सीआइडी जांच कराने की मांग की। घटना की जांच स्थानीय पुलिस ने सीआइडी को सौंपी थी।