बायपास पर चलते टैंकर से गैस रिसाव से दहशत के बीच ड्राइवर टैंकर छोड़ भागा, पुलिस प्रशासन ने सूझबूझ से स्थिति पर नियंत्रण कर कराया टैंकर खाली

Jan 20, 2025

इन्दौर  चालीस साल पहले दुनिया के सबसे बड़े गैस रिसाव कांड के बाद से बंद पड़ी भोपाल की यूनियन कार्बाइड में बचे ज़हरीले कचरे के पीथमपुर में नष्ट करने के विरोध के बीच कल इन्दौर बायपास पर एक टैंकर से केमिकल के साथ गैस रिसाव होने की सूचना पर भय और हड़कंप की स्थिति बन गई। गैस रिसाव से लोगों की आंखों और हाथ-पैरों में जलन होने लगी। सूचना पर तत्काल पुलिस ने मौके पर पहुंच बायपास पर दोनों और से रास्ता बंद कर फायर ब्रिगेड की टीम को बुलाया। इस बीच जिला प्रशासन के अधिकारी भी मौके पर पहुंचने लगे। घटना तेजाजी नगर क्षेत्र स्थित बायपास की है। जहां हरि प्रभु गैस रिफ्लेक्शन लिमिटेड के टैंकर से अचानक एक्यूमस अमोनिया नाम के केमिकल का रिसाव होने लगा।

जिसके चलते टैंकर ड्राइवर और टैंकर पर मौजूद उसके सहायक टैंकर वहीं छोड़ भागकर दूर खड़ी हो गए वहीं बायपास पर दोनों तरफ ट्राफिक जाम हो वाहनों की कतारें लग गई। सूचना के बाद पुलिस ही नहीं  एसडीएम और अन्य प्रशासनिक अफसर भी मौके पर पहुंचे। तेजाजी नगर थाना प्रभारी देवेंद्र मरकाम के अनुसार पीथमपुर की एक कंपनी से एक्वा लिक्विड अमोनिया केमिकल भरकर टैंकर ग्वालियर जा रहा था।  सेज यूनिवर्सिटी के पास उसमें रिसाव शुरु हो गया। जिसके चलते अफरा-तफरी और भगदड़ मच गई मौके पर पहुंच पुलिस ने पहले दोनों तरफ के वाहनों को रोक ट्रैफिक डायवर्ट किया  तथा फायर बिग्रेड को भी बुला लिया। इस दौरान सूचना पर एसडीएम और अन्य प्रशासनिक अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए।  थाना प्रभारी के अनुसार  टैंकर में भरी अमोनिया गैस के रिसाव को रोकना या इस गैस को अन्य किसी टैंकर में रिफिल करवाना संभव नहीं था।इस वजह से यह निर्णय लिया गया है कि गैस का टेंकर से रिसाव होने दिया जाए। तहसीलदार नारायाण नांदेड़ा के अनुसार टेंकर में करीब पांच हजार लीटर अमोनिया गैस थी। इसमें 70 फीसद अमोनिया गैस व 30 फीसद पानी था। इस दौरान मौजूद  पुलिसकर्मी व अन्य लोगों के आंखों में जलन होने लगी तथा गैस की दुर्गन्ध से सांस लेने में भी मुश्किल हो रही थी।

तब कुछ लोगों ने मास्क लगाया और कुछ ने रुमाल गीला कर अपने चेहरे पर बांधा। वहीं  पीथमपुर के इंडस्ट्रियल हेल्थ एंड सेफ्टी के एडिशनल डायरेक्टर भी मौके पर पहुंचे। उनके अनुसार अमोनिया गैस ज्वलनशील नहीं होती है। इस वजह से टैंकर से रिसाव हो रहे गैस पर फायर वाहन के टैंकर से पानी की बौछार शुरू की गई और टैंकर से गैस को रिसने दिया गया। टैंकर को जल्द खाली करने के लिए टैंकर के ड्राइवर व कर्मचारियों की मदद से टैंकर का दूसरा वाल्व खोला गया ताकि जल्द से जल्द टैंकर खाली हो जाएं। इसी बीच घटनास्थल पर मौजूद एससीपी रुबिका मिजवानी सहित 15 पुलिसकर्मी व अन्य वाहन चालकों को  आंखों में जलन व सांस लेने में तकलीफ होने पर चोइथराम अस्तपाल में डाक्टरों की निगरानी हेतु भेजा जहां उनका स्वास्थ्य परीक्षण भी किया। डीसीपी के अनुसार गैस से तेज दुर्गंध आ रही थी और उसका असर करीब 500 मीटर तक हवा में फैल चुका था। पुलिसकर्मियों ने वीआईपी आगमन की तरह बायपास पर पेट्रोलिंग करने के साथ इकठ्ठा हो रही भीड़ और रील बनाने वाले युवाओं को हटाने के साथ टैंकर की गैस खत्म होने पर उसे टोचन कर हटा पानी पर भी रेती डाली। करीब पांच घंटे की मशक्कत के बाद दहशत के माहौल से छुटकारा मिल स्थिति सामान्य हुई।


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