ड्राइवरों ने प्रमुख मार्गों पर खड़े कर दिए भारी वाहन
Jan 02, 2024
आवागमन बुरी तरह प्रभावित, आना-जाना मुश्किल
भोपाल । आंदोलन कर रहे ड्राइवरों ने प्रदेश भर में ट्रक, डंपर, बस सहित अन्य वाहनों को प्रमुख मार्गों पर खड़े कर दिए। इससे प्रमुख मार्गों पर चक्काजाम की स्थिति निर्मित हो गई। लोगों का आना-जाना मुश्किल हो गया है। भोपाल के आसपास स्थित स्टेट और राष्ट्रीय राजमार्गों पर लोग आवागमन के लिए परेशान होते दिखाई दिए। पुलिस-प्रशासन की तैयारियां ड्राइवरों की हड़ताल के सामने पूरी तरह ध्वस्त हो गई है। उधर, पेट्रोल पंपों पर वाहनों की लंबी-लंबी कतारें लगी हुई हैं। कुछ पंपों पर पेट्रोल-डीजल की समस्या भी खड़ी होने लगी हैं। भोपाल में ड्राइवर एसोसिएशन के अध्यक्ष आजाद सिंह ठाकुर ने बताया कि नया प्रविधान ड्राइवरों के साथ अन्याय है। हम पुराना प्रविधान मानने को तैयार हैं। जब तक नया प्रविधान वापस नहीं लिया जाता, तब तक हड़ताल जारी रहेगी।
ड्राइवरों की हड़ताल की वजह से प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में सबसे बड़े थोक बाजार में भी चिंता पसर गई है। सुबह से ही प्रमुख बाजारों से लेकर मंडियों तक में हड़ताल का असर नजर आने लगा। रविवार-सोमवार की दरमियानी रात से ही चोइथराम मंडी में माल लेकर आने वाले ट्रकों की संख्या में कमी आ गई। सुबह से ही बसों का संचालन नहीं होने की वजह से इंदौर से अन्य राज्यों और प्रदेश के शहरों के लिए जाने वाले यात्री परेशान होते रहे। सिटी बसों के साथ ही आईबस और लोकपरिवहन के अन्य वाहनों का संचालन नहीं होने से लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ा। पेट्रोल-डीजल टैंकरों के वाहन चालकों द्वारा भी वाहन नहीं चलाने की वजह से सुबह के कुछ घंटो बाद ही पेट्रोल पंपो पर पेट्रोल-डीजल की किल्लत शुरू हो गई।
मालवा-निमाड़ क्षेत्र के कई शहरों में सुबह से पेट्रोल पंपों पर वाहन चालकों की लंबी कतार लगने लगी थी। पेट्रोल पंप एसोसिएशन के अध्यक्ष राजेंद्र वासू का कहना है कि टैंकरों की हड़ताल के कारण कई पंपों पर ईंधन खत्म हो गया है। हालांकि, प्रशासन की पहल पर कुछ पंपों पर टैंकर पहुंचाए गए है। इसके बाद भी यदि ईंधन की सप्लाई नहीं हुई तो दोपहर तक शहर और आसपास के कई पंपों पर स्टाक खत्म हो जाएगा। ड्राइवरों की हड़ताल को देखते हुए इंदौर ट्रक ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन ने दो जनवरी को बैठक बुलाई है। बैठक में एसोसिएशन भी हड़ताल का समर्थन कर सकता है। एसोसिएशन पहले भी हिट एंड रन कानून का विरोध जता चुका है और प्रदेश और देश व्यापारी आंदोलन की चेतावनी दे चुका है।