कांग्रेस का बेटी बचाओ अभियान के जरिये सरकार को घेरने की तैयारी

Okt 03, 2024

भोपाल।   प्रदेश में कांग्रेस आज से शुरू करेगी बेटी बचाओ अभियान, उपवास भी होगा। इस संबंध में  कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष जीतू पटवारी ने आरोप लगाया कि महिलाओं पर बढ़ते अत्याचारों के कारण प्रदेश में सामाजिक आपातकाल की स्थिति बन गई है। प्रदेश में हर 17 मिनट में एक बेटी के साथ अपराध होता है। भाजपा का बेटी बचाओ और बेटी पढ़ाओ का नारा खोखला और भ्रमित करने वाला है।

  प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने कहा कि प्रदेश में महिलाओं बढ़ते अत्याचारों के कारण सामाजिक आपातकाल की स्थिति बन गई है। नेशनल क्राइम रिकार्ड ब्यूरो की रिपोर्ट के अनुसार 2004 से प्रदेश में अब तक 65 हजार से अधिक दुष्कर्म के मामले दर्ज हुए। एक लाख 40 हजार से अधिक महिलाओं के विरुद्ध हुए अपराधों के मामले लंबित हैं। तीन वर्ष की बच्ची से लेकर 70 साल की बुजुर्ग महिला तक सुरक्षित नहीं है। इस स्थिति को देखते हुए प्रदेश कांग्रेस बेटी बचाओ अभियान शुरू करेगी। यह गांधी की जयंती दो अक्टूबर यानी बुधवार से पूरे प्रदेश में एक साथ आरंभ  हो गया है। इसमें अलग-अलग गतिविधियां होंगी। सभी जनप्रतिनिधियों को ज्ञापन देकर अभियान से जुड़ने की अपील करेंगे।

   भाजपा सरकार महिला अत्याचार रोकने में नाकाम

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पटवारी ने  प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में अभियान की रूपरेखा प्रस्तुत की। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार महिला अत्याचारों को रोकने में असफल सिद्ध हो रही है। राष्ट्रीय क्राइम रिकार्ड ब्यूरो की रिपोर्ट का विश्लेषण करें तो प्रदेश में हर 17 मिनट में एक बेटी के साथ अपराध होता है। भाजपा का बेटी बचाओ और बेटी पढ़ाओ का नारा खोखला और भ्रमित करने वाला है। पिछले नौ माह में 2,400 से अधिक दुष्कर्म के मामले सामने आए हैं। इनमें 140 सामूहिक दुष्कर्म हैं। महिलाओं और बच्चियों के गायब होने में सबसे ऊपर इंदौर का नाम है। बड़ी संख्या में प्रकरण लंबित हैं। इसका बड़ा कारण 47 प्रतिशत पद सब इंस्पेक्टर महिलाओं के पद रिक्त होना है। राज्य महिला आयोग भंग है।

कब क्या होगा

अभियान मे पांच अक्टूबर को युवा कांग्रेस का मशाल जुलूस, सात अक्टूबर को महिला कांग्रेस कैंडल मार्च, आठ अक्टूबर को ब्लाक स्तरीय उपवास व कन्या पूजन, 14 अक्टूबर को बेटी बचाओ ज्ञापन और 16 अक्टूबर को प्रदेश स्तरीय उपवास होगा। इसके बाद के भी सरकार बच्चियों और महिलाओं की सुरक्षा को लेकर कदम नहीं उठाती है तो फिर मध्य प्रदेश बंद जैसे कार्यक्रम अभियान में शामिल किया जाएगा।


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