अमेरिकी खुफिया एजेंसी का दावा कहा- चीन की लैब से निकला था कोविड वायरस

वॉशिंगटन।अमेरिका की केंद्रीय खुफिया एजेंसी (सीआईए) ने दावा किया है कि कोरोना वायरस एक प्रयोगशाला से लीक हुआ है। एजेंसी ने संकेत दिया है कि वायरस चीन से सामने आया। एजेंसी का यह भी मानना है कि उसे अपने परिणाम पर कम भरोसा है। एजेंसी ने अपनी नई रिपोर्ट को नए निदेशक जॉन रैटक्लिफ के शपथ ग्रहण के बाद सार्वजनिक की। सीआईए के अधिकारियों का कहना है कि कोविड 19 को लेकर खोज और उसकी प्राकृतिक उत्पति दोनों पर लगातार शोध जारी है। क्योंकि अमेरिकी सांसद वायरस की सच्चाई जानने के लिए खुफिया एजेंसियों पर लगातार दबाव डाल रहे हैं। सीआईए के निदेशक जॉन रैटक्लिफ का कहना है कि हम मानते हैं कि वायरस किसी प्रयोगशाला से लीक हुआ है। हम इसके बारे में अधिक विश्वसनीय जानकारियां जुटा रहे हैं।  

कोविड 19 महामारी को लेकर लगातार शोध हो रहे हैं। अमेरिका में निवर्तमान बाइडन प्रशासन के दौरान कोविड को लेकर सीआईए ने जो रिपोर्ट तैयार की थी, उसमें कहा गया था कि कोरोना वायरस की शुरुआत चीन से हुई थी। मगर इसे लेकर संशय था कि क्या ये वायरस चीनी लैब से गलती से उत्पन्न हुआ या ऐसा जान बूझकर किया गया। कोरोना वायरस को लेकर वैज्ञानिकों के अलग-अलग मत हैं। कुछ वैज्ञानिक मानते हैं कि कोरोना वायरस चमगादड़ों से फैला। इसके बाद यह वुहान के बाजार में फैला और मामले सामने आने लगे। जबकि कुछ वैज्ञानिकों का मानना है कि वायरस वुहान की किसी लैब से बाहर आया था। दो साल पहले भी एक अमेरिकी रिपोर्ट में कहा गया था कि वायरस लीक होने का संभावित स्रोत लैब ही थी। मगर इस रिपोर्ट के नतीजों पर कम भरोसा जताया गया था। अब नई रिपोर्ट में अमेरिकी खुफिया विभाग यह तो मान रहा है कि वायरस प्राकृतिक तौर पर नहीं बल्कि किसी लैब से बाहर आया है। मगर एजेंसी को अपनी ही रिपोर्ट के नतीजों पर कम भरोसा है। सीआईए ने कहा कि कोरोना की उत्पति को लेकर जो शोध किए गए, उसके साक्ष्य अपर्याप्त, अनिर्णायक और विरोधाभासी हैं। 



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