एक गोल्ड कार्ड 44 करोड़ में बेच रहा अमेरिका, एक दिन में एक हजार बेचे

वॉशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प का गोल्ड कार्ड वीजा प्रोग्राम आधिकारिक तौर पर लॉन्च होने से पहले ही सुपर हिट हो गया। दावा किया जा रहा है कि हर रोज अमेरिका एक हजार गोल्ड कार्ड बेच रहा है। एक गोल्ड कार्ड की कीमत 44 करोड़ है और एक दिन में एक हजार कार्ड बिक रहे हैं यानी हर रोज 44 हजार करोड़ रुपए अमेरिका के पास आ रहे हैं। 

यूएसए के कॉमर्शियल सेक्रेटरी हॉर्वड लुटनिक ने दावा किया कि उन्होंने एक दिन में ही 1000 गोल्ड कार्ड बेच दिए हैं।एक गोल्ड कार्ड की कीमत 5 मिलियन डॉलर (44 करोड़ भारतीय रुपए) है। यानी कि एक दिन में ही 44 हजार करोड़ रुपए के गोल्ड कार्ड बेच दिए गए हैं। हॉवर्ड ने कहा कि लोग गोल्ड कार्ड लेने के लिए लाइन में लगे हुए हैं। हालांकि, यह प्रोग्राम आधिकारिक तौर पर करीब दो हफ्ते बाद शुरू होगा। इलॉन मस्क अभी इसके लिए सॉफ्टवेयर बना रहे हैं। कार्ड खरीदने वाले अगर अवैध कामों में शामिल हैं तो अमेरिका इस कार्ड को हमेशा के लिए रद्द कर सकता है। उन्होंने कहा कि अगर मैं अमेरिकी नहीं होता तो 6 गोल्ड कार्ड खरीदता- एक मेरे लिए, एक मेरी पत्नी के लिए और चार मेरे बच्चों के लिए।

रद्द भी हो सकते हैं गोल्ड कार्ड

ट्रम्प सरकार 10 लाख गोल्ड कार्ड का टारगेट लेकर चल रही है। प्रशासन का मानना है कि यह ज्यादा मुश्किल नहीं है, क्योंकि दुनिया में 3.7 करोड़ लोग ऐसे हैं जो इसे खरीद सकते हैं। अमेरिकी सरकार इस प्रोग्राम से जुटाए गए पैसे का इस्तेमाल देश के कर्ज को कम करने के लिए करेगी। हॉवर्ड लुटनिक ने कहा कि गोल्ड कार्ड खरीदने वालों को अमेरिका में अनिश्चित काल तक रहने का अधिकार मिलेगा। 


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