मुक्केबाजी को ओलंपिक में बनाए रखने सभी प्रयास किये जा रहे : लवलीना

गुवाहाटी । ओलंपिक पदक विजेता भारतीय महिला मुक्केबाज लवलीना बोरगोहेन ने कहा है कि मुक्केबाजी को ओलंपिक में बनाए रखने के लिए सभी प्रयास किये जा रहे हैं। लवलीना अभी विश्व मुक्केबाजी की नवगठित एशियाई इकाई के एथलीट आयोग की सदस्य बनी हैं। बोरगोहेन ने कहा कि मुक्केबाजी को लॉस एंजिल्स ओलंपिक के शुरुआती कार्यक्रम में जगह नहीं मिल पाई पर इस खेल को ओलंपिक में बनाए रखने के लिए प्रयास किये जा रहे हैं। 

लवलीना ने , ‘ एथलीट आयोग जैसी समिति में होना सौभाग्य की बात है क्योंकि निर्णय लेने में अब भारत की आवाज भी सुनी जाएगी। उन्होंने कहा कि मुक्केबाजी की तकनीकी पहलुओं विशेष रूप से ‘स्कोरिंग और जजिंग की निष्पक्ष आत्मनिरीक्षण करने की भी आवश्यकता है। लवलीना ने कहा, ‘अभी तक भारत सिर्फ एक सामान्य सदस्य था जिसके पास विरोध जताने या व्यवस्था में कमी बताने के बहुत कम अवसर होते थे। यह अब बदलने जा रहा है क्योंकि एशियाई निकाय में हमारे पास सात पद होंगे। उन्होंने कहा, ‘यह उन खिलाड़ियों के लिए बहुत फायदे वाली बात है जो अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना चाहते हैं और ओलंपिक पदक जीतना चाहते हैं। मुक्केबाजी को लॉस एंजिल्स ओलंपिक खेलों में बनाए रखने के लिए सभी उचित कदम उठाए जाने चाहिए। वहीं मुक्केबाजी को अगर लॉस एंजिल्स ओलंपिक में शामिल किया जाता है तो लवलीना लगातार तीसरी बार इन खेलों में शामिल होना चाहती हैं। उन्होंने 2021 में टोक्यो ओलंपिक में कांस्य पदक जीता था पर पिछले साल पेरिस ओलंपिक वह कोई पदक नहीं जीत पायीं थीं। 

लवलीना ने कहा, ‘टोक्यो ओलंपिक का आयोजन कोरोना महामारी के समय हुआ था जबकि पेरिस ओलंपिक सीखने का दौर था। मैंने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया और मुझे इसका कोई दुख नहीं है कि मैं पदक नहीं जीत पाई। प्रत्येक खिलाड़ी को कुछ नए सबक सिखाने के लिए मिलते हैं और लॉस एंजिल्स में मैं अधिक समझदारी के साथ आगे बढ़ना चाहती हूं। उन्होंने कहा, ‘लेकिन मैं अपनी तैयारियों में जल्दबाजी नहीं करूंगी। लॉस एंजिल्स ओलंपिक में अभी काफी समय है। अभी उचित वजन बनाए रखना और चोट से बचना मेरी योजनाओं में शामिल हैं।  


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