बम्पर कमाई के बाद एलआईसी को फिर हिस्सेदारी बेचने की तैयारी में सरकार

Aug 07, 2024

नई दिल्ली,। देश की सबसे बड़ी बीमा कंपनी एलआईसी में इस साल पांच फीसदी हिस्सेदारी बेचने पर सरकार विचार कर रही है। केंद्र सरकार मई 2022 में इस कंपनी का आईपीओ लाई थी जिसके जरिए उसने 21,000 करोड़ रुपए कमाए थे। इस आईपीओ के तहत सरकार ने कंपनी में 3.5 फीसदी हिस्सेदारी बेची थी। एलआईसी में अभी सरकार की 96.5 फीसदी हिस्सेदारी है। एक रिपोर्ट के हवाले से बताया गया है कि सरकार कंपनी में अपनी हिस्सेदारी कम करने के लिए एफपीओ और क्यूआईपी लाने पर विचार कर रही है। कंपनी का शेयर शुरुआती कारोबार में तीन फीसदी से ज्यादा तेजी के साथ 1116.95 रुपए पर ट्रेड कर रहा है। इसके साथ ही कंपनी का बाजार कैप 7,03,497.87 करोड़ पर पहुंच गया है।

सेबी नियमों के मुताबिक हर लिस्टेड कंपनी की 25 फीसदी हिस्सेदारी पब्लिक के पास होनी चाहिए। सरकार ने पिछले साल एलआईसी को इस शर्त को पूरा करने के लिए दस साल की छूट दी थी। कंपनी को मई 2032 तक यह काम करना होगा। सेबी ने 14 मई 2024 को एलआईसी को दस फीसदी पब्लिक शेयर होल्डिंग की शर्त को पूरा करने के लिए तीन साल का अतिरिक्त समय दिया था। उसे पांच साल के अंदर 16 मई 2027 तक यह काम करना होगा। प्रीमियम के हिसाब से इसकी बाजार हिस्सेदारी 58.87 फीसदी और पॉलिसीज के हिसाब से 69.91 फीसदी है।

एलआईसी का 21,000 करोड़ रुपए आईपीओ मई 2022 में आया था। यह भारतीय इतिहास का अब तक का सबसे बड़ा आईपीओ है। इसका इश्यू प्राइस 949 रुपए था। इसकी लिस्टिंग 17 मई, 2022 को थी। इसका 52 हफ्ते का उच्चतम स्तर 1,221.50 रुपए और न्यूनतम स्तर 597.65 रुपए है। पिछले सत्र में यह 1079.20 रुपए पर बंद हुआ था और आज 1116.55 रुपए पर खुला। कारोबार के दौरान यह तीन फीसदी से ज्यादा तेजी के साथ 1116.95 रुपए पर आ गया। सुबह 9.50 बजे यह 2.62फीसदी तेजी के साथ 1107.50 रुपए पर ट्रेड कर रहा था।


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