महाप्रबंधक की अध्यक्षता मे संरक्षा एवं पंक्चुअलिटी विषय पर समीक्षा बैठक आयोजित
Okt 04, 2024
। पश्चिम मध्य रेलवे महाप्रबंधक श्रीमती शोभना बंदोपाध्याय की अध्यक्षता में अक्टूबर माह के पहले सप्ताह की को-आर्डिनेशन रिव्यु मीटिंग सम्पन्न हुई। इस बैठक में अपर महाप्रबन्धक श्री आर. एस. सक्सेना एवं प्रमुख मुख्य संरक्षा अधिकारी श्री प्रभात कुमार सहित मुख्यालय के सभी विभाग के प्रमुख मुख्य विभागाध्यक्ष उपस्थित थे। इसके आलावा भोपाल एवं कोटा के मंडल रेल प्रबंधक और जबलपुर मण्डल के दोनों अपर मण्डल रेल प्रबंधक भी वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के माध्यम से जुड़े रहे। बैठक में संरक्षा, समयपालनता, फ्रेट लोडिंग, रेल मदद शिकायतों का निवारण, स्टेशन पुनर्विकास, आरयूबी/एलएचएस एवं आरओबी जैसे अधोसंरचना निर्माण कार्यो पर जोर दिया गया। इसके साथ ही रेलवे बोर्ड द्वारा निर्देशित कार्यो एवं ट्रेनों के सेफ्टी अनुक्षण जैसे अनेक महत्वपूर्ण विषयों पर विचार-विमर्श किया गया।
बैठक की शुरुआत में महाप्रबंधक श्रीमती शोभना बंदोपाध्याय ने कहा कि संरक्षित एवं सुरक्षित रेल संचालन हमारी प्राथमिकता है। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को अधोसरंचना कार्यो की समीक्षा के निर्देश दिए। महाप्रबंधक ने संरक्षा एवं सुरक्षा के सम्बन्ध में रेलवे बोर्ड द्वारा निर्धारित निर्देशों का पालन सुनिश्चित करने संरक्षा से सम्बंधित सुधारों को योजनाबद्ध तरीके से पालन करने हेतु निर्देशित किया। अधोसरंचना निर्माण कार्यों के अंतर्गत आरओबी/आरयूबी (एलएचएस) एवं एफओबी के कार्यो में गति पकड़ने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। इसके अलावा स्टेशन पुनर्विकास अधोसरंचना निर्माण कार्यो में तेजी लाने और समयसीमा में पूर्ण करने सम्बन्धी आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। मीटिंग के दौरान महाप्रबंधक ने कहा कि गुड्स ट्रैफिक लोडिंग एवं रेवन्यू बढ़ाने हेतु ध्यान दिया देने की आवश्यकता है। मीटिंग के दौरान महाप्रबंधक ने कहा कि यात्री सुविधाओं के तहत रेल मदद एनालिसिस एवं रेल यात्रियों की शिकायतों के त्वरित निराकरण करने पर विशेष जोर देने की जरुरत है। उन्होंने रेलगाड़ियों की पंक्चुअलिटी मॉनिटर करने, एवं ट्रेनों की स्पीड सबंधी कार्यों तथा सेफ्टी पर जोर देने की बात कही।
महाप्रबंधक ने अधोसरंचना के कार्यो की प्रगति की भी समीक्षा की। उन्होंने कहा कि रेलवे के लिए संरक्षा सर्वोपरि है। उन्होंने रेलवे राजस्व एवं यात्री सुविधाओं में बढ़ोत्तरी के कार्य और परियोजनाओं की प्रगति की समीक्षा की और तीनों मण्डल के सम्बंधित अधिकारियों को काम में तेजी लाने के निर्देश दिये।