17 विश्वविद्यालयों में असिस्टेंट प्रोफेसर के 1946 पद स्वीकृत, नियुक्ति 316 मे

Mar 27, 2025

भोपाल। मध्य प्रदेश के विश्वविद्यालयों में प्रोफेसर और असिस्टेंट प्रोफेसर के पद बड़ी संख्या में खाली पड़े हुए हैं। जिसके कारण विश्वविद्यालयों में ठीक से पढ़ाई नहीं हो पा रही है। छात्रों का पढ़ाई से मोह भंग हो रहा है। विश्वविद्यालय आए दिन नए-नए कोर्स शुरू कर देते हैं। उसके लिए उनके पास फैकल्टी ही नहीं होती है। जो छात्र एडमिशन ले लेते हैं। वह अपने आप को ठगा हुआ महसूस करते हैं। 

मध्य प्रदेश के 17 विश्वविद्यालयों में असिस्टेंट प्रोफेसर के 1946 स्वीकृत पद हैं। इनमें केवल 316 पदों पर ही नियुक्ति की गई है। 1630 पद लंबे समय से खाली पड़े हुए हैं। ऐसी स्थिति में अंदाजा लगाया जा सकता है। इन विश्वविद्यालयों में किस तरह की पढ़ाई चल रही होगी। बरकतउल्ला विश्वविद्यालय में 105 पद असिस्टेंट प्रोफेसर के स्वीकृत हैं। नियुक्ति 37 पदों पर हुई है। 68 पद खाली पड़े हुए हैं। भोज ओपन यूनिवर्सिटी में 54 स्वीकृत पद हैं। नियुक्ति केवल 4 पदों पर की गई है। 50 पद खाली पड़े हुए हैं। अटल बिहारी वाजपेई मे 27 पद स्वीकृत हैं, 13 पदों पर नियुक्तियां हुई हैं। 14 पद खाली पड़े हुए हैं। जीवाजी ग्वालियर में 104 पद स्वीकृत हैं। 25 पदों पर नियुक्ति की गई है, 79 पद खाली पड़े हुए हैं। देवी अहिल्याबाई इंदौर में 154 पद स्वीकृत है। 86 पदों पर नियुक्ति हुई है। 68 पद खाली पड़े हुए हैं। एपीएस रीवा में 72 पद स्वीकृत हैं। नियुक्ति 30 पदों पर हुई है। 42 पद खाली पड़े हुए हैं। रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय जबलपुर में 160 पद स्वीकृत हैं।

नियुक्ति केवल 30 पदों पर हुई है। 130 पद खाली पड़े हुए हैं। विक्रम यूनिवर्सिटी उज्जैन में 161 पद स्वीकृत है। नियुक्ति केवल 49 पदों पर हुई है, 112 पद खाली हैं। महात्मा गांधी चित्रकूट में 119 पद स्वीकृत हैं। 51 में नियुक्ति हुई है। 68 पद खाली पड़े हुए हैं। एसएन शुक्ला शहडोल में 121 पद स्वीकृत है। केवल 24 पदों पर नियुक्ति हुई है। 97 पद खाली पड़े हुए हैं। डॉ आंबेडकर महू में 107 पद स्वीकृत हैं। केवल 7 पर्दों पर नियुक्ति हुई है। 100 पद खाली पड़े हुए हैं। इस स्थिति को देखने के बाद अंदाजा लगाया जा सकता है। उच्च शिक्षा में मध्य प्रदेश के विश्वविद्यालय किस तरह से छात्रों को शिक्षा दे रहे हैं। 


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