त्योहारी सीजन में 15 फीसदी बिक्री में बढ़ोतरी होने की उम्मीद
Okt 08, 2024
-ऑटोमोबाइल सेक्टर में 151,750 करोड़ रुपए की हो सकती है बिक्री
नई दिल्ली,। त्योहारी सीजन में कई लोगों की इनकम में भी बढ़ोतरी होती है। ऐसे में इस त्योहारी सीजन को लेकर बाजार विशेषज्ञों का अनुमान है कि इस सीजन बिक्री में 15 फीसदी की बढ़ोरती हो सकती है। ऐसे में कुल बाजार का आकार 2.50 लाख करोड़ से बढ़कर 2.87 लाख करोड़ रुपए तक पहुंच सकता है। इससे उपभोक्ता मांग, डिजिटल परिवर्तन के साथ ही रिटेल सेक्टर भी प्रेरित होगा।
बाजार में प्रीमियम स्मार्टफोन और वर्क-फ्रॉम-होम गैजेट्स की बढ़ती मांग की वजह से इलेक्ट्रॉनिक्स के सामानों की बिक्री में 15 फीसदी की बढ़त के साथ 74,750 करोड़ रुपए हो सकती है। आज ऑफलाइन और ऑनलाइन शॉपिंग करना लोगों को पसंद है। ऐसे में इस कैटेगरी में भी तेजी आने की उम्मीद है। अनुमान है कि इस श्रेणी में कुल बिक्री 46 हजार करोड़ तक पहुंच सकती है। इलेक्ट्रिक वाहनों और निजी वाहनों मांग में तेजी आ रही है। इससे ऑटोमोबाइल सेक्टर में बिक्री 151,750 करोड़ रुपए तक पहुंचने की उम्मीद है। दीवाली और धनतेरस पर सोना खरीदना शुभ माना जाता है। ऐसे में इसकी कुल बिक्री 34,500 करोड़ रुपए तक पहुंच सकती है। डिजिटल गोल्ड को लेकर लोगों की बढ़ती रूचि भी एक प्रमुख कारण है।
स्मार्ट होम गैजेट्स और बड़े घरेलू उपकरणों की डिमांड की वजह से बाजार में कुल बिक्री 23 हजार करोड़ रुपए तक पहुंचने की उम्मीद है। वहीं, फर्नीचर की कैटेगरी भी 11,500 करोड़ रुपए तक बढ़ेगी। त्योहारी बिक्री में ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म्स में 15फीसदी वृद्धि की उम्मीद है, जिससे बाजार 28,750 करोड़ रुपए तक पहुंच सकता है, क्योंकि उपभोक्ता विशेष ऑफर्स और भारी छूट का लाभ उठाते हैं।
ई-कॉमर्स की तेजी के साथ डिजिटल पेमेंट में भी बढ़ोतरी हो रही है। लोग अब कुछ भी सामान खरीदने के लिए ईएमआई और अभी खरीदें, बाद में भुगतान करें जैसे ऑप्शन का चयन करते हैं। यह सभी ऑप्शन लोगों को शॉपिंग करने के लिए आकर्षित करते हैं।
भारतीय अर्थव्यवस्था में स्थिर वृद्धि और उच्च उपभोक्ता विश्वास के संकेत के साथ, आगामी त्योहारी सीजन अब तक का सबसे सफल होने की उम्मीद है। खुदरा विक्रेता हाइब्रिड शॉपिंग मॉडल के साथ तैयार है, जो ऑनलाइन और इन-स्टोर अनुभवों का संयोजन कर रहे हैं, ताकि उपभोक्ता आसानी से खरीदारी कर सकें। 2024 के त्योहारी सीजन में कई उपभोक्ता श्रेणियों में 15 फीसदी साल-दर-साल बढ़ोतरी की उम्मीद है।