निर्भया कांड के 12 साल जेएनयू में छात्रों ने रात में निकाला बेखौफ आजादी मार्च आपत्तिजनक नारे भी लगाए गए
Dec 17, 2024
नई दिल्ली दिल्ली निर्भया कांड को 12 साल हो गए हैं। इस बीच, जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय छात्र संघ (जेएनयूएसयू) ने सोमवार की रात ‘बेखौफ आजादी मार्च’ निकाला। इस दौरान छात्रों ने देश में महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराधों के खिलाफ नारे लगाए। इसका एक वीडियो भी वायरल हो रहा है, जिसमें कुछ छात्र आपत्तिजनक नारे भी लगाते दिख रहे हैं। जेएनयू से होते हुए गंगा ढाबा, मुनिरका बस स्टॉप तक बड़ी संख्या में छात्रों ने मार्च निकाला। दरअसल, 12 साल पहले मुनिरका बस स्टॉप पर ही 23 वर्षीय पीड़िता (निर्भया-नाम बदला हुआ) उस बस में चढ़ी थी, जिसमें उसके साथ सामूहिक बलात्कार हुआ था और उस पर जानलेवा हमला किया गया था। अस्पताल में इलाज के दौरान पीड़िता की मौत हो गई थी।
वाराणसी में स्थित काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में भी दिल्ली में 12 साल पहले हुए निर्भया कांड की याद में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। बीएचयू के गेट लंका पर महिलाओं की सुरक्षा और अधिकारों को लेकर जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से मेरी रातें, मेरी सड़कें अभियान का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का आयोजन दखल, एपवा, आइशा और एनएसयूआई संगठनों की तरफ से किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत बीएचयू गेट पर कविताओं, गीतों, महिलाओं की स्वतंत्रता और सुरक्षा के मुद्दों पर हुई चर्चा से हुई। इस दौरान महिलाओं के खिलाफ बढ़ती हिंसा को लेकर सुरक्षा की भी मांग की गई। कार्यक्रम के बाद महिलाओं की सुरक्षा को लेकर बीएचयू गेट से रविदास गेट होते हुए मशाल जुलूस निकाला गया।
राष्ट्रीय राजधानी में 16 दिसंबर 2012 को निर्भया (नाम बदला हुआ) का बस में सामूहिक बलात्कार हुआ था। निर्भया दिल्ली के मुनिरका में देर को अपने एक दोस्त के साथ फिल्म देखकर घर वापस आ रही थी। इस दौरान उसे कोई ऑटो नहीं मिला, आखिर में एक खाली बस पास आकर रुकी। ऐसे में रात ज्यादा होने की वजह से निर्भया और उसका दोस्त उस बस में चढ़ गए। हालांकि उन्हें जरा भी अंदाजा नहीं था कि उस बस में कोई भी यात्री नहीं था। इसके बाद निर्भया के साथ उस चलती बस में जो भी उसने न सिर्फ दिल्ली बल्कि पूरे देश को झकझोर दिया। साथ ही आक्रोश भी पैदा कर दिया।