टोरेस कंपनी के खिलाफ 1,500 से अधिक निवेशकों ने की शिकायतें
Jan 13, 2025
मुंबई, । निवेश रकम में दोगुना रिटर्न का लालच देकर हजारों निवेशकों के साथ करोड़ों रूपये की धोखाधड़ी करने वाले टोरेस कंपनी के खिलाफ शिकायतों का सिलसिला जारी है। निवेशक शिवाजी पार्क पुलिस स्टेशन सहित विभिन्न स्थानों पर शिकायत दर्ज कराने के लिए उमड़ रहे हैं और अब तक मुंबई में 1,500 से अधिक शिकायतें प्राप्त हो चुकी हैं। टोरेस नाम से प्लैटिनम हॉर्न प्राइवेट लिमिटेड कंपनी ने मुंबई, नवी मुंबई, ठाणे और मीरा-भायंदर में निवेशकों को सब्ज बाग़ दिखाते हुए निवेश रकम पर प्रति सप्ताह पांच से साढ़े ग्यारह प्रतिशत तक रिटर्न का प्रलोभन दिया गया।
कुछ सप्ताह बाद रिटर्न न मिलने से निवेशकों में बेचैनी फैल गई और पिछले सप्ताह सोमवार को मुंबई के दादर शाखा में हंगामे के बाद मनी लॉन्ड्रिंग की खबर दूर-दूर तक फैल गई। पुलिस ने इस संबंध में शिवाजी पार्क थाने में मामला दर्ज कर निदेशक सर्वेश सुर्वे, प्रबंधक तानिया (उज़्बेक नागरिक) और वैलेंटिना स्टोर (रूसी नागरिक) को गिरफ्तार कर लिया। जबकि कंपनी का सीईओ तौफिक शेख उर्फ कार्टर और विक्टोरिया कोवालेंका फरार हैं। पुलिस अभी भी गिरफ्तार आरोपियों के आवासों और टोरेस की सभी शाखाओं की तलाशी ले रही है और अब तक नौ करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त कर चुकी है।
टोरेस ने कुछ कारें उन एजेंटों को पुरस्कार स्वरूप दी थीं जिन्होंने बड़ी मात्रा में धन निवेश किया था और निवेशक लाए थे। पुलिस को जांच के दौरान 14 कारों के बारे में जानकारी मिली है। इन वाहनों के मालिकों की जांच की जा रही है। इतना ही नहीं, टोरेस के दादर शोरूम के बाहर खड़ी कार को पास के ही एक शोरूम से 11,000 रुपये में किराए पर लिया गया था। ग्राहकों को इस बात का लालच दिया जा रहा था कि अगर ऐसी कार से अधिक कारोबार होगा तो वे उसे खरीद लेंगे।