जिस शख्स ने बांग्लादेश बनाया है उसी का नामोनिशान मिटा रही यूनुस सरकार

ढाका। बांग्लादेश की यूनुस सरकार उस शख्स का नामोनिशान मिटाने में तुली है जिसे बांग्लादेश बनाने के लिए अपना बड़ा योगदान दिया। उसकी एक-एक निशानी मिटाने पर तुला हुआ है। पहले खबर आई थी कि बांग्‍लादेश शेख मुजीबुर्रहमान की पुण्‍यतिथि और जन्‍मदिन नहीं मनाएगा। उनके जन्‍मदिन पर छुट्ट‍ियां रद्ध कर दी गईं। अब मुहम्‍मद यूनुस की सरकार बांग्‍लादेश के करंसी नोटों पर से शेख मुजीबुर्रहमान की तस्‍वीर हटा रही है, ताकि उनकी कोई स्‍मृति बांग्लादेशियों के मन में न बचे। 

उधर, बांग्‍लादेश की अंतरिम सरकार ने भारत से दो डिप्‍लोमैट वापस बुला लिए हैं। ये बंगाल और त्रिपुरा में तैनात थे। बांग्‍लादेश अपने नोटों पर से शेख मुजीबुर्रहमान की तस्‍वीर हटा रहा है। शेख मुजीबुर्रहमान बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के पिता थे। उन्‍हें ​​’बंगबंधु’ के नाम से पहचाना जाता था। अब ढाका ट्रिब्यून ने बांग्लादेश के केंद्रीय बैंक के हवाले से बताया कि सरकार 20, 100, 500 और 1,000 टका के बैंक नोटों से उनकी तस्‍वीर हटाने जा रही है। इसका आदेश दे दिया गया है। नए नोटों पर ‘बंगबंधु’ शेख मुजीबुर्रहमान की तस्वीर नहीं होगी।

बांग्लादेश बैंक के कार्यकारी निदेशक ने कहा कि नए नोट फिर से डिजाइन किए गए हैं। ये नोट छह महीने के भीतर जारी किए जा सकते हैं। इनमें धार्मिक संरचनाएं, बंगाली परंपराएं और जुलाई विद्रोह से संबंधित तस्‍वीरें अंकित होंगी। बांग्लादेश बैंक की कार्यकारी निदेशक हुस्नेरा शिखा ने कहा, मुझे उम्मीद है कि अगले छह महीनों के भीतर नया नोट बाजार में जारी हो जाएगा। वित्त मंत्रालय के वित्त संस्थान प्रभाग ने प्रस्तावित डिजाइन सितंबर में पेश किए थे। अधिकारियों ने पुष्टि की कि सबसे पहले चार नोटों का डिजाइन बदला जाएगा। इसके बाद अन्‍य नोटों में भी बदलाव किया जाएगा। जुलाई में छात्र आंदोलन के दौरान भी प्रदर्शनकारियों ने शेख मुजीबुर्रहमान की मूर्तियों, उनकी तस्‍वीरों को निशाना बनाया था। उनमें तोड़फोड की थी और कई को जला दिया था।


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