यूपी बन रहा मैन्युफैक्चरिंग हब, बांग्‍लादेश से शिफ्ट हो रहा कपड़ा व्यापार

Apr 14, 2025

-फॉक्सकॉन यमुना एक्सप्रेसवे के किनारे लगाना चाहती है सबसे बड़ी फैक्ट्री 

नई दिल्ली,। यूपी मैन्युफैक्चरिंग हब बन रहा है। नोएडा में फैक्‍टरियां खुल रही हैं। बांग्‍लादेश का कपड़ा व्‍यापार यूपी शिफ्ट हो रहा है। ऐपल के लिए आईफोन बनाने वाली दुनिया की सबसे बड़ी इलेक्ट्रॉनिक कॉन्ट्रैक्ट मैन्युफैक्चरिंग कंपनी फॉक्सकॉन ने भी उत्‍तर भारत में अपना पहला प्‍लांट लगाने के लिए यूपी का चयन किया है। कंपनी ग्रेटर नोएडा में बड़ा प्‍लांट लगाना चाहती है। यह प्‍लांट यमुना एक्सप्रेसवे के किनारे 300 एकड़ जमीन पर बनाने की योजना है। बेंगलुरु फैक्‍टरी फॉक्‍सकॉन की दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी फैक्‍टरी है। 

फॉक्सकॉन इस समय तमिलनाडु, कर्नाटक और तेलंगाना में काम कर रही है। नोएडा का क्लस्टर आज चेन्नई की तरह बढ़ता हुआ मैन्युफैक्चरिंग हब बनता जा रहा है, जहां मजबूत इंफ्रास्ट्रक्चर, स्थानीय प्रतिभा और कई सप्लायर्स की मौजूदगी है। इस वजह से ही फॉक्‍सकॉन की इस पर नजर है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक केंद्र सरकार ने पिछले साल इंडस्ट्रियल पार्क के लिए 300 एकड़ जमीन देने का प्रस्‍ताव दिया था। अभी यह बातचीत शुरुआती दौर में है और किसी खास उत्पाद या ग्राहक को लेकर कोई योजना नहीं बनाई गई है। 

एचसीएल-फॉक्सकॉन ने हाल ही में ग्रेटर नोएडा में 50 एकड़ भूमि एक आउटसोर्स्ड सेमीकंडक्टर असेंबली एंड टेस्ट यूनिट लगाने के लिए ली थी। फॉक्सकॉन इस 50 एकड़ के टुकड़े के साथ वाली जमीन ही अपनी ग्रेटर नोएडा प्‍लांट के लिए लेना चाहता है। इस पूरी परियोजना को लेकर फॉक्सकॉन ने अभी कोई जानकारी नहीं दी है। फॉक्‍सकॉन जिस जगह अपना प्‍लांट लगाना चाहती है, वह यमुना एक्सप्रेसवे के साथ लगती है. यह एक्‍सप्रेसवे ग्रेटर नोएडा को आगरा और जेवर एयरपोर्ट से जोड़ता है। यह इलाका यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण के अधीन आता है। 

फॉक्सकॉन की भारत में मौजूदगी बढ़ रही है। कंपनी भारत में 25-30 मिलियन आईफोन का निर्माण करने की योजना पर काम कर रही है, जो कि पिछले साल की तुलना में दोगुना है। सिर्फ स्मार्टफोन नहीं, कंपनी अब आईसीटी, इलेक्ट्रिक वाहन, ऊर्जा और डिजिटल हेल्थ जैसे सेक्टर्स का भी विस्तार करना चाहती है। फॉक्सकॉन के चेयरमैन ने अपने पिछले भारत दौरे के दौरान कहा था कि कंपनी भारत में वैल्यू चेन में ऊपर जाने का लक्ष्य लेकर चल रही है और वर्टिकल इंटीग्रेशन इसकी सबसे बड़ी ताकत है।


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