दो सौ एकड़ वनभूमि कब्जे से कराई गई मुक्त

Jul 09, 2024

जंगल में पेड़ काटकर अवैध रुप से उगा ली थी फसल

 भोपाल । प्रदेश के खंडवा जिले में सोमवार को पहले चरण में करीब दो सौ एकड़ वनभूमि को नवाड़ से मुक्त करवाया गया। कल वन और राजस्व विभाग की टीम पुलिस के साथ पूर्व निर्धारित लक्ष्य के अनुसार गुड़ी वन परिक्षेत्र में हीरापुर -नाहरमाल, कुमठा के जंगल पहुंची। वहां अवैध रूप से वन भूमि पर लगी फसलों पर जेसीबी हटाया गया। इसमे सोयाबीन और मक्का की फसल लगी हुई थी। जंगल में अतिक्रमण से परेशान ग्रामीणों ने भी वन विभाग की कार्रवाई में सहयोग किया। यहां कार्रवाई शाम पांच बजे तक चली। इस दौरान सैकड़ों एकड़ भूमि को अतिक्रमण से मुक्त करवाया गया।

कार्रवाई के दौरान वन विभाग के खंडवा, बुरहानपुर सहित आसपास के जिलों वन अमले के अलावा राजस्व और पुलिस अफसरों के साथ पांच सौ जवान भी मौके पर डटे रहे। जंगल में पेड़ काटकर वनभूमि पर खेती करने वालों को खदेड़ने के साथ ही जेसीबी मशीनों से खंतियां और गड्ढे खोदे जा रहे है, जिससे फिर यहां फसल की बुआई नहीं कर सकें। पिछल चार-पांंच साल में पड़ोसी जिलों आकर वनमाफियों द्वारा बड़े पैमाने पर जंगल काट कर नवाड तैयार की है।

गुडी रेंज मे सबसे ज्यादा अतिक्रमण नाहरमाल में ही है। यहां दो साल पहले चार हजार हैक्टेयर के जंगल को खेत बना दिया गया। माफिया ने इस साल सोयाबीन और मक्का की फसल लगाई है, जिसे अब विभाग ने नेस्तानाबूद कर दिया है।माफिया से सख्ती से निपटने के लिए बड़ी संख्या में फोर्स मौके पहुंचने से कही पर टकराव की स्थिति नहीं बनी। शुरूआत में कुछ महिलाओं ने विरोध की कोशिश की, लेकिन उनके मंसूबे पूरे नहीं हो सकें। ग्रामीणों ने प्रशासन का सहयोग करते हुए ट्रैक्टर उपलब्ध कराए हैं।

डीएफओ राकेश कुमार डामोर, एसडीएम खंडवा बजरंग बहादुर सिंह, फारेस्ट एसडीओ संदीप वास्कले, तहसीलदार महेश सोलंकी कार्रवाई के दौरान मौके पर मौजूद रहे। बता दें कि खंडवा जिले के जंगल में खेती के लिए किए गए कब्जे को हटाने के लिए वन विभाग द्वारा सोमवार को बड़े स्तर पर कार्रवाई की गई। वन विभाग, राजस्व और पुलिस की संयुक्त कार्रवाई का सामना करने की हिम्मत अतिक्रमणकारी नहीं जुटा सकें। वन विभाग द्वारा जंगल को अतिक्रमण मुक्त करने के लिए प्रभावी कार्ययोजना तैयार की थी। 


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