रायसेन में दो बैलों को बाघ ने बनाया शिकार

Mar 29, 2024

जंगल के बाहर बढ रही बाघ की गतिविधियां 

भोपाल । राजधानी के समीप स्थित रायसेन जिले के ग्राम करमोदिया में दो बैलों को बाघ ने अपना शिकार बनाया है। पू्र्व में बाघ रायसेन किले पर जाने वाले रास्ते पर गाय का शिकार कर चुका है। जंगल के बाहर बाघ की बढ़ती गतिविधियां अब खतरा बनने लगी हैं। करमोदिया तालाब के पास दो बैलों के शव मिले हैं। वन विभाग के अनुसार उनका बाघ ने शिकार किया है। बताया जा रहा है कि शिकार के समय बैल बंधे हुए थे। सूचना मिलने पर वन विभाग की टीम मौके पर पहुंचकर जांच में जुटी है। दो बैलों का एक साथ शिकार होने से ये भी संभावना है कि बाघ की संख्या भी एक से ज्यादा हो। रायसेन पूर्व क्षेत्र के रेंजर प्रवेश पाटीदार ने बताया कि बाघ द्वारा ही दोनों बैलों को खाया गया है। वन विभाग द्वारा लगातार बाघ की सर्चिंग की जा रही है। बैल मालिक को नियम अनुसार मुआवजा दिया जाएगा।

वन विभाग की अब भी मानें तो जंगल में बाघों के लिए पर्याप्त भोजन है, लेकिन बाघ के लिए जंगल के बाहर शिकार ज्यादा आसान साबित हो रहा है। जंगली जानवरों के शिकार में बाघ को ज्यादा मशक्कत करना पड़ती है, जबकि पालतू जानवर आसान शिकार होते हैं। बाघ को एक तरह की आदत लग जाना खतरे का संकेत है, अब इसके लिए वन विभाग को ठोस कदम उठाने चाहिए।

रहवासी क्षेत्र के आसपास और खेतों में बाघ की मूवमेंट काफी अधिक बढ़ी है। एक दिन पहले बुधवार को ग्राम पेनगवां के आसपास बाघ दिखा था, उसके अलावा बीते 2 माह के दौरान दर्जनों बार बाघ की रहवासी क्षेत्र के आसपास मूवमेंट दर्ज की गई है। बता दें कि वन विभाग आश्वस्त था कि बाघ के लिए जंगल में पर्याप्त भोजन पानी है, वह जंगल के बाहर शिकार नहीं कर रहा, लेकिन अब खतरा बढ़ने लगा है। 


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