दिल्ली में अप्रैल से नहीं होगा कोई नगद भुगतान
Jan 25, 2024
नई दिल्ली । राष्ट्रीय राजधानी स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान ।एम्स। में किसी भी प्रकार का नगद भुगतान नहीं होगा। सभी प्रकार के भुगतान स्मार्ट कार्ड के जरिये होगा। फिलहाल, एम्स के कुछ विभागों में प्रायोगिक आधार पर स्मार्ट कार्ड के जरिये भुगतान को पायलट प्रोजेक्ट के रूप में शुरू कर दिया गया है। दिल्ली एम्स स्मार्ट कार्ड सिस्टम एम्स सभी विभागों में 31 मार्च 2024 तक शुरू हो जाएगा। दिल्ली एम्स प्रशासन ने इस बात की जारी बुधवार को दी है। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान दिल्ली ने बताया कि 31 मार्च के बाद एम्स स्मार्ट कार्ड, टॉप-अप काउंटर के अलावा किसी भी काउंटर पर कोई नकद भुगतान स्वीकार नहीं किया जाएगा।
स्मार्ट कार्ड टॉप.अप काउंटर कई स्थानों पर चालू किए जाएंगे और इन्हें हफ्ते में सातों दिन, 24 घंटे संचालित किया जाएगा। अब यूपीआई, डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड के माध्यम से इलेक्ट्रॉनिक भुगतान के अलावा सभी जांच और प्रक्रियाओं के लिए भुगतान करने का एकमात्र तरीका एम्स स्मार्ट कार्ड होगा। दरअसल, एम्स ने स्टेट बैंक आफ इंडिया के सहयोग से 1 अप्रैल 2023 को एम्स स्मार्ट कार्ड के जरिए पेमेंट सिस्टम पर बतौर पायलट प्रोजेक्ट के रूप में काम शुरू किया था। तब से पायलट प्रोजेक्ट के तहत कई तरह की जांच, नाश्ता, खाना सहित अन्य भुगतान इसके जरिये हो रहा है। स्मार्ट कार्ड के जरिए भुगता का लाभ यह है कि इसका पूरा रिकार्ड रहता है। इसके जरिए ऑडिट कराना भी आसान रहेगा। बता दें कि हाल ही में एक आउटसोर्स एजेंसी ने मरीजों के अंतिम डिस्चार्ज बिलों के साथ फर्जीवाड़े के जरिए अधिक शुल्क लिया था।
इससे मरीज को परेशानी हुई थी। एम्स में स्मार्ट कार्ड के जरिए भुगतान की सुविधा 24 घंटे किसी भी वक्त किया जा सकता है। एक अप्रैल 2024 से यूपीआईए डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड आदि के माध्यम से इलेक्ट्रॉनिक भुगतान के अलावा दिल्ली एम्स स्मार्ट कार्ड सभी जांचों और अन्य सुविधा शुल्का के भुगतान का एकमात्र विकल्प होगा। अब अप्रैल से सभी भुगतान रोगी के स्थान के निकटतम स्थापित भुगतान केंद्रों पर स्वीकार किए जाएंगे। मरीजों और तीमारदारों पेमेंट के लिए केंद्रीय पंजीकरण काउंटरों पर जाने के लिए नहीं कहा जाएगा।