जनभागीदारी से संवारे जाएंगे शहर के चौराहे, सेंट्रल वर्ज और उद्यान
Ags 31, 2024
नगर निगम परिषद की बैठक में आए तीनों प्रस्ताव को मिली मंजूरी
न्यू मार्केट की प्रीमियम पार्किंग का ठेका होगा निरस्त
भोपाल। भोपाल नगर निगम की शुक्रवार को आयोजित परिषद बैठक में कई महत्वपूर्ण प्रस्तावों पर चर्चा हुई । प्रमुख फैसले में निगम के भवनों की छतें किराए पर देने के प्रस्ताव को सैद्धांतिक मंजूरी मिली, हालांकि कांग्रेस पार्षदों ने इस फैसले का विरोध किया। ऐसे में सारे निर्णय बहुमत के आधार पर पारित किए गए। एमआइसी सदस्य जगदीश यादव ने इस प्रस्ताव को रखा, जिसमें उन्होंने कहा कि इससे निगम की आय में वृद्धि होगी। वहीं नेता प्रतिपक्ष शबिस्ता जकी ने इस फैसले को जल्दबाजी बताते हुए वार्ड और जोन कार्यालयों की छतों को किराए पर न देने की मांग की। महापौर मालती राय ने कहा कि यह प्रस्ताव निगम की आर्थिक स्थिति को बेहतर करने और निगम की आय बढ़ाने को लेकर है। इसके बाद महापौर ने निगम अध्यक्ष किशन सूर्यवंशी से अनुमति लेकर एक और प्रस्ताव सदन में रखा। यह प्रस्ताव था जनभागीदार के जरिए शहर के चौराहों, सेंट्रल वर्ज और उद्यान को संवारने का। इस प्रस्ताव पर निगम अध्यक्ष ने चर्चा करवाई। जिसके बाद इस प्रस्ताव को भी मंजूरी दे दी गई। हालांकि परिषद की बैठक में एक बार भी जनहित से जुड़े मामलों को लेकर कोई खास चर्चा नहीं हुई। जबकि कांग्रेस के पार्षदों ने सड़क के गड्ढे, सीवेज, आवारा श्वानों और जलभराव जैसे मुद्दे उठाए थे।
10 नंबर मार्केट में मल्टी लेवल पार्किंग के प्रस्ताव को भी बैठक में रखा गया। इसे लेकर कांग्रेस पार्षद अशोक मारण ने पिछली पार्किंग को लेकर हो रही परेशानियों को बताया। पार्षद देवांशु कंसाना ने भी विपक्ष की तरफ से पक्ष रखा। पार्षद योगेंद्र सिंह गुड्डू चौहान ने कहा कि न्यू मार्केट की मल्टी लेवल पार्किंग के सामने सड़क पर वाहन खड़े होते हैं। पार्षद पप्पू विलास ने कहा कि न्यू मार्केट में पार्किंग के नाम पर अवैध वसूल की जा रही है। इस पर कार्रवाई होना चाहिए।
प्रीमियम पार्किंग का ठेका होगा निरस्त
न्यू मार्केट में प्रीमियम पार्किंग के ठेकेदार अख्तर इंटरप्राइजेस का टेंडर रद्द करने का निर्णय भी लिया गया। कांग्रेस और भाजपा दोनों के पार्षदों ने कंपनी पर अवैध वसूली का आरोप लगाया थे । इस पर निगम अध्यक्ष किशन सूर्यवंशी ने ठेकेदार के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए। बैठक में पार्षदों ने पार्किंग के अवैध वसूली के मुद्दे पर भी अपनी नाराजगी जताई और इसे रोकने के लिए कार्रवाई की मांग की।
भाजपा मंडल अध्यक्ष पर आरोप लगाने पर हुआ हंगामा
बैठक के दौरान नेता प्रतिपक्ष शाबिस्ता जकी ने भाजपा मंडल अध्यक्ष पर अवैध वसूली का आरोप लगाया। इस पर भाजपा के पार्षद कुर्सी से उठ गए । बयान का विरोध जताने लगे । काफी देर तक हंगामा चलता रहा । नेता प्रतिपक्ष शबिस्ता जकी ने कहा भाजपा मंडल अध्यक्ष पार्किंग से धमकियां दी जाती हैं । बोर्ड क्लब पर जमकर अवैध वसूली हो रही है।
सीएसआर फंड से होगा सौंदर्यीकरण
बैठक में सीएसआर फंड से चौराहों के सौंदर्यीकरण और कमला पार्क में एमएलबी कालेज के पास फूड ओवर ब्रिज बनाने के प्रस्तावों को भी मंजूरी दी गई। इसके अलावा दो सड़कों के नामकरण पर भी चर्चा हुई, जिसके लिए निगम अध्यक्ष ने कमिश्नर को निर्देश दिए।
सड़कों के मेंटेनेंस के लिए जोन स्तर पर मिलेगा एक-एक लाख
सड़कों के रखरखाव पर भी चर्चा हुई। बारिश से खराब हुई सड़कों के मेंटेनेंस के लिए जोन स्तर पर एक-एक लाख रुपए आवंटित किए गए। निगम अध्यक्ष ने जोर देकर कहा कि भविष्य में पानी भरने की समस्या को रोकने के लिए पहले से तैयारी की जानी चाहिए।
प्रश्नकाल में पूछे गए इन प्रश्नों पर हुई कहासुनी
1. कांग्रेस पार्षद ने नसीम गफूर ने पूछा कि पिछले बजट में आवारा श्वानों को लेकर एक करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया था। ये राशि कहां खर्च हुई, इस पर एमआईसी मेंबर आरके सिंह बघेल ने जवा दिया कि बाड़ा नहीं पिंजरे बनवाए गए हैं।
2. नेता प्रतिपक्ष शबिस्ता जकी ने सीवेज प्रकोष्ठ में गड़बड़ी और जांच से जुड़ा प्रश्न पूछा। एमआइसी मेंबर रवींद्र यति ने जवाब दिया।
3. नेता प्रतिपक्ष एक पौधा मां के नाम अभियान में खर्च राशि का हिसाब मांगा। पार्षद पप्पू विलास ने कहा कि कांग्रेस को अच्छे काम में भी आपत्ति है।
4. कांग्रेस के अशोक मारण ने नाले-नालियों की सफाई, सड़कों की जर्जर हालत, बाढ़ से निपटने के इंतजाम को लेकर पूछा।
एक घंटे के प्रश्नकाल में प्रश्नकाल के दौरान 13 में से आठ प्रश्न ही पूछे जा सके।
कांग्रेस पार्षदों ने उठाए ये मुद्दे
बैठक की शुरुआत में पार्षद समर हुजूर ने कहा जहां नाला बनाया जाना था। उसका स्थान बदल गया है। 200 मीटर का नाला अब तक सिर्फ 50 मीटर ही बन पाया है। निगम अध्यक्ष आसंदी से इस मामले की जांच के आदेश दिए। पार्षद शिरीन खान ने मृत कर्मचारी को सैलरी मिलने के बारे में एक बार फिर सवाल पूछा। इस पर अध्यक्ष ने कहा कि इस मामले में भुगतान नहीं हुआ है। पार्षद मोहम्मद अजीजुद्दीन ने अवैध नल कनेक्शन और 2 जोनल अधिकारियों द्वारा कम वसूली करने का आरोप लगाया। उन्हें कहा कि 13 लाख रुपए वसूले जाने थे, लेकिन 4 लाख 77 हजार रुपए ही लिए गए।
इनका कहना है:
बहुमत के आधार पर तीनों प्रस्ताव पास हो चुके हैं। निगम आयुक्त को आसंदी से निर्देश दिए कि शहर में जहां भी पार्किंग के नाम पर अवैध वसूली हो रही है। वहां जांच कर सख्त कार्रवाई करें।
किशन सूर्यवंशी, अध्यक्ष, नगर निगम
मल्टीलेवल पार्किंग का प्रस्ताव जहां का है वह जगह मास्टर प्लान में आवासीय है। इस प्रस्ताव को लेकर इतनी जल्दबाजी क्यों की जा रही है समझ नहीं आ रहा। अगली बैठक में इस प्रस्ताव को दोबारा चर्चा होनी चाहिए। यह बात और है कि वहां पार्किंग की समस्या है। वहां मल्टीलेवल पार्किंग होनी चाहिए।
शबिस्ता जकी, नेता प्रतिपक्ष
तीनों प्रस्तावों को सैद्धांतिक मंजूरी मिल चुकी है। वहीं जनभागीदारी से होने वाले सौंदर्यीकरण को लेकर जनता से आग्रह है कि वह आकर शहर के चौराहे, सेंट्रल वर्ज और उद्यान को संवारें है। निगम की आय में वृद्धि के लिए किराए और लीज के दिए जाने वाले सारे काम नियम के साथ होंगे।
मालती राय, महापौर